कोरबा (निप्र)। साई प्रसाद चिटफंड कंपनी के एक एजेंट को पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है। सिंचाई कर्मी ने कंपनी में 2.19 लाख रुपए निवेश किया था। एजेंट ने उसे पांच साल में रकम दोगुना हो जाने की गारंटी दी थी। निर्धारित अवधि के बाद रकम दोगुना देना तो दूर, मूल राशि भी नहीं मिली। पुलिस ने भी कार्रवाई नहीं की और अंततः उसने परिवाद दायर किया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कार्रवाई की है।
सिंचाई विभाग में चालक के पद पर कार्य करने वाला छतराम साहू पिता शिवाजी साहू (56) रामपुर कॉलोनी में निवास करता हैं। कुसमुंडा थानांतर्गत ग्राम गुमिया स्थित ससुराल में आना-जाना होने की वजह से उसका परिचय दिनेश कुमार बियार पिता जतीराम बियार (32) से था। साई प्रसाद चिटफंड कंपनी में बतौर एजेंट काम करने वाला दिनेश आए दिन छतराम को योजना के संबंध में जानकारी देते रहता था। वर्ष 2009 में उसने कंपनी में रकम निवेश करने पर 5 साल में राशि दोगुना होने की जानकारी छतराम को दी। सिंचाई कर्मी भी उसके झांसे में आ गया। उसने उज्जवल भविष्य की सोच गाढ़ी मेहनत की कमाई के 2 लाख 19 हजार 500 रुपए रुपए एजेंट के सौंप दिए। इसके साथ ही सिंचाई कर्मी 5 साल पूरे होने का इंतजार करता रहा। वर्ष 2015 में निर्धारित अवधि पूरी हो गई। सिंचाई कर्मी ने जब अपनी जमा पूंजी वापस पाने एजेंट से संपर्क किया तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। लंबे समय तक वह एजेंट का चक्कर काटता रहा, लेकिन उसे दोगुनी राशि तो दूर मूलधन वापस नहीं मिल सकी। उसने तंग आकर मामले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद दायर किया था। परिवाद की सुनवाई के बाद विद्वान न्यायाधीश ने मामले की विवेचना कर कार्रवाई के निर्देश रामपुर पुलिस को दिए थे। कोर्ट से मिले निर्देश के बाद रामपुर पुलिस मामले की तहकीकात कर रही थी। जांच के दौरान मिले साक्ष्य व सबूतों के आधार पर आखिरकार पुलिस ने कंपनी के एजेंट दिनेश कुमार बियार को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ धारा 420, 406क का अपराध पंजीबद्ध करते हुए रिमांड पर जेल दाखिल करा दिया है। गौरतलब है कि साई प्रसाद के अलावा दर्जनों ऐसी चिटफंड कंपनियां है, जिन्होंने एजेंटों के माध्यम से लोगों को चूना लगाया है।
एजेंटों में हड़कंप
साई प्रसाद चिटफंड कंपनी पर लगातार पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा। दो दिन पूर्व पुलिस ने कार्यालय सील करने के साथ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किया था। जांच को आगे बढ़ाने बालोद जिले के जेल में निरूद्ध कंपनी की डायरेक्टर वंदना भापकर से पूछताछ के लिए प्रोटेक्शन वारंट भी हासिल कर लिया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने एजेंटों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस की इस कार्रवाई से अलग-अलग चिटफंड कंपनी में एजेंट का काम करने वालों में हड़कंप मच गया है।
कमीशन की लालच में न आएं
पुलिस ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई में आमजनों को सहयोग करने कहा है। जिले में एक दर्जन से अधिक चिटफंड कंपनियां संचालित है। कंपनी लोगों को चूना लगाने स्थानीय बेरोजगार युवकों का सहारा लेती है। एजेंट का काम करने वाले युवक कमीशन के लालच में लोगों से उनकी मेहनत की कमाई को निवेश करा देते हैं। ऐसे युवकों के खिलाफ शिकायत करने में हिचकने की बजाय पीड़ित सीधे तौर पर बाल्को थाना, रामपुर पुलिस चौकी अथवा पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दे सकता है।
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