ग्वालियर। सन इंडिया चिटफंड कंपनी के 1500 निवेशकों के आवेदन कोर्ट कमिश्नर कार्यालय में आ गए हैं, लेकिन उन निवेशकों को रुपए देने के लिए पर्याप्त फंड ही नहीं है। कंपनी के खातों में सिर्फ 10 लाख रुपए निकले हैं, जिससे निवेशकों को पैसा नहीं मिल पा रहा है। उन्हें कोर्ट कमिश्नर कार्यालय से निराश होकर लौटना पड़ रहा है, क्योंकि कोर्ट अब तक कंपनी की संपत्ति नीलाम करने पर फैसला नहीं ले पाया है।
सन इंडिया के 7 खाते सील हैं। इसे देखते हुए निवेशकों से आवेदन लेना शुरू कर दिया गया था। लेकिन जब इन खातों में जमा रकम की जानकारी ली गई तो इनमें पर्याप्त रुपए ही नहीं निकले। जिन लोगों के आवेदन जमा हैं, वे कोर्ट कमिश्नर कार्यालय में रुपए वापसी के लिए चक्कर काट रहे हैं। इस चिटफंड कंपनी में एक-एक व्यक्ति ने 15 से 20 लाख रुपए तक निवेश किया है। उन्होंने अपना रुपया वापस लेने के लिए आवेदन किया है।
संपत्ति से जुटानी थी रकम
सन इंडिया चिटफंड कंपनी की करोड़ों रुपए की संपत्ति प्रशासन ने कुर्क की है। कुर्की के आदेश को जिला कोर्ट ने भी सही माना है, लेकिन इस संपत्ति को नीलाम करने पर फैसला नहीं हो पा रहा है। इसके चलते निवेशकों का रुपया चिटफंड कंपनी में फंसा है।
मूल पॉलिसी लानी होगी साथ में
परिवार डेयरी के निवेशकों को मिलेगा पूरा रुपया
परिवार डेयरी के निवेशकों को कोर्ट कमिश्नर कार्यालय से अब तक 60 फीसदी ही रकम लौटाई जा रही थी, लेकिन अब निवेशकों को 100 फीसदी रकम लौटाने पर विचार चल रहा है। जिन निवेशकों का 40 फीसदी रुपया शेष रह गया है, उन्हें पैसा लौटाया जाएगा। परिवार डेयरी के खातों में पर्याप्त पैसा है, जिससे निवेशकों को पूरे रुपए का आसानी से भुगतान हो सकता है। इसके लिए जिला प्रशासन कोर्ट से अनुमति लेने के लिए आवेदन पेश करने जा रहा है।
इनका कहना है
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