यातायात की दुनिया में अब जल्द ही चमत्कारिक बदलाव सामने आ सकता है. जो चीजें हमने हॉलीवुड की साई-फाई फिल्मों में देखी थीं, वो सपनों सी लगने वाली बातें सच होती नजर आ रही हैं. जी हां, अब हम ऐसी कारों में सफर करने वाले हैं जो बिना किसी ड्राइवर के खुद ब खुद चलेंगी और आपको सही तरीके से आपकी पसंदीदा जगह तक ले जायेंगी.
दुनिया की दो बड़ी कम्पनियां इस क्षेत्र में उतरने को कमर कस चुकी हैं. इनमें से एक इस क्षेत्र में पहले से मौजूद उबर कंपनी है जो हाल के कुछ दिनों में अपने परिचालन के तौर तरीकों की वजह से दुनियाभर में विवादों का सामना कर रही है. आपको शायद मालूम नहीं कि इस कंपनी में गूगल सबसे बड़ा निवेशक है. गूगल ने साल 2013 में अपनी निवेशक कंपनी गूगल वेंचर्स के जरिये उबर टैक्सी में 258 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है जो गूगल वेंचर्स की तरफ से किसी भी क्षेत्र में किया गया अब तक का सबसे बड़ा निवेश है.
असल में गूगल पिछले कुछ वर्षों से अपनी ऑटोमैटिक ड्राइवरलेस कार के अति महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. उबर भी टैक्सी सर्विस का काम करने वाली कंपनी है लेकिन जब गूगल के अधिकारियों को ये पता चला कि उबर भी गूगल की तर्ज पर अपनी खुद की चालक रहित कार बनाने के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है तो गूगल अब खुद को उबर से अलग करने की सोच रहा है.