कटक : राज्य की चौथी चिटफंड कंपनी के तौर पर जीएलपी डेवलर्स की संपत्ति नीलाम होगी। जीएलपी की 87 करोड़ 48 लाख 47 हजार 536 रुपये की संपत्ति को जब्त कर नीलाम करने के लिए विशेष अदालत ने निर्देश दिया है। नीलामी से जो रुपये मिलेंगे उन्हें निवेशकों के बीच बांट दिया जाएगा। चिटफंड ठगी मामले की सुनवाई करने वाली विशेष अदालत ने इससे पहले तीन चिटफंड संस्थाओं रोजवेली, साफेक्स इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, आस्था ग्रुप ऑफ कंपनी की संपत्ति जब्त कर नीलाम करने के लिए निर्देश दे चुकी है। करोड़ो रुपये की ठगी करने वाला गोल्डेन लैंड प्रमोटर एंड डेवलेपर लिमिटेड कंपनी की संपत्ति को क्राइमब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा ने जब्त करने के बाद इसकी संपत्ति के मूल्य के बारे में आकलन किया था। छापेमारी के दौरान संस्था के बैंक एकाउंट से 84 करोड़ 58 लाख 50 हजार 680 रुपये जब्त किया था। ठीक इसी तरह विभिन्न जगहों पर कंपनी के नाम मौजूद 52 एकड़ 575 डिसमिल जमीन भी जब्त किया था। जिसकी कीमत दो करोड़ 86 लाख 34 हजार 986 रुपये थी। इसके अलावा नकद तीन लाख 61 हजार 870 रुपये जब्त किया गया था। दो अलग-अलग कंपनी बनाकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी। इसे लेकर निवेशकों ने मई 2013 में थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में आर्थिक अपराधिक शाखा को इस मामले के जाच की जिम्मेदारी दी गई थी।
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