Functioning: police rounds are tired of the victim, duped by the first chit fund company, now run by a police
Admin | 23 January, 2016 | 1048 | 3980
रांची: चिटफंड कंपनी कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज के नाम पर 80 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के शिकार लोगों को कार्रवाई के नाम पर पुलिस दौड़ा रही है. धोखाधड़ी के शिकार लोगों ने केस दर्ज होने के बाद धोखाधड़ी में शामिल लोगों का नाम और पता तक पुलिस को बताया. यहां तक कि उनके मोबाइल नंबर भी दिये, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की.
पंचायत चुनाव के दौरान भुक्तभोगियों को यह कह कर पुलिस टालती रही कि अभी पंचायत चुनाव है. चुनाव खत्म होने के बाद जब भुक्तभोगियों ने डेली मार्केट पुलिस से संपर्क किया, तो उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला. धोखाधड़ी के शिकार लोगों ने कार्रवाई की मांग को लेकर 21 नवंबर, 2015 को वरीय पुलिस अधिकारियों के पास शिकायत भी की, लेकिन कुछ नहीं हुआ. बाद में कोतवाली एएसपी से मामले की लिखित शिकायत की गयी, इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई.
प्राथमिकी के दौरान धोखाधड़ी के शिकार लोगों ने पुलिस को बताया था कि झारखंड में कंपनी का काम अब्दुल रहमान, जयंत जेठी, शमशाद आलम व हिंदपीढ़ी निवासी मो इब्राहीम संभालते थे. कंपनी में करीब 30 हजार लोगों ने 80 करोड़ रुपये निवेश किया था. खूंटी, सिमडेगा, रामगढ़, हजारीबाग के लोग भी ठगे गये.
कब- कब क्या हुआ
13 अक्तूबर, 2015: मो जावेद नामक व्यक्ति ने धोखाधड़ी की शिकायत डेली मार्केट थाने में की, लेकिन मामले प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी. माे जावेद के अलावा धोखाधड़ी के शिकार अन्य लोग भी प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर थाने का चक्कर लगाने लगे.
26 अक्तूबर, 2015: जब मामले की जानकारी वरीय पुलिस अधिकारियों को मिली, तब डेली मार्केट थाने में मो जावेद की लिखित शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने मामले को वहीं छोड़ दिया.
18 जनवरी, 2016: डेली मार्केट पुलिस के खिलाफ केस में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत हटिया एएएसपी अंशुमन कुमार को दी गयी. यह भी बताया गया कि केस दर्ज किये तीन माह बीत चुके हैं.
21 जनवरी, 2016: धोखाधड़ी के शिकार लोगों से साक्ष्य मांगने पर डेली मार्केट पुलिस को लोगों ने साक्ष्य उपलब्ध कराया है. पुलिस ने फिर से मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
अभी केस का सुपरिवजन नहीं हुआ है. कोतवाली एएसपी ने गुरुवार को मुझे धोखाधड़ी में शामिल आरोपियों के खिलाफ न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट लेकर आरोपियों को गिरफ्तार करने को कहा है. पुलिस ने बेवजह किसी को दौड़ा कर परेशान नहीं किया है. वारंट लेने के बाद जल्द कार्रवाई शुरू होगा. - इंस्पेक्टर बिरेंद्र बाड़ा, थाना प्रभारी डेलीमार्केट