ग्वालियर/नई दिल्ली: नई दिल्ली के पॉश इलाके में अपना ऑफिस खोलकर फोन पर बीमा पॉलिसी, लोन दिलाने साथ ही जमीन-दुकान पर टावर लगवाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक अंतराज्यीय गिरोह का ग्वालियर क्राइम पुलिस ने पर्दाफाश किया है।
पुलिस ने उक्त मामले में 12 युवकों सहित आठ युवतियों को भी गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस ने उक्त मामले में गिरोह के मुखिया सहित तीन लोगों को पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम प्रतिमा एस मैथ्यू ने सोमवार को बताया कि लंबे समय से इस तरह के गिरोह के सक्रिय होने की खबरें पुलिस को मिल रहीं थीं।
वहीं एक फरियादी ने गत अप्रेल माह में पुलिस अधीक्षक ग्वालियर को लिखित में आवेदन देकर शिकायत की कि उसके पिता से एलआईसी की पॉलिसी पर बोनस के नाम पर 10 लाख रुपए इनफिनिटी लाइफ ट्रिप प्राईवेट लिमिटेड, इनफिनिटी इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन प्राईवेट लिमिटेड, फैमिली ट्रिप टूर पैकेजस प्राईवेट लिमिटेड के नाम पर चैक एवं डीडी के द्वारा ठग लिए हैं।
फरियादी की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने क्राइम ब्रांच थाना में अपराध कायम कर विवेचना के निर्देश दिए। क्राइम ब्रांच ग्वालियर ने सुदीर्घ कार्ययोजना के तहत इस अपराधिक समूह पर नजर रखना शुरू कर दिया था।
विवेचना दौरान यह प्रकाश में आया कि इस अपराध की पृष्ठभूमि में एक बड़ा संगठित ठगी का कारोबार चल रहा है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में मास्टर माइंड आकाश बिडला, उसकी पत्नी उर्वशी तथा सुमित रंजन हैं। उन्होंने बताया कि सुमित रंतन एमबीए पास है और वह इंगलैंड से वापस आकर इस धंधे में उतर गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गए अन्य आरोपियों में सभी दिल्ली के अलग अलग इलाके के रहने वाले हैं, जिसमें अतिउर रहमान, आकाश बिडला, सुमित रंजन, जगदीप ङ्क्षसह यादव, तरूण शर्मा, मनीष झा, राकेश कुमार, वीरेन्द्र वर्मा, साजन पमडेजा, राजवीर सिंह, गौरव, पारस सखूजा, रिचा भटनागर, माधुरी रोडे, उर्वशी मेहरा, विनीता रावत, सरबजीत कौर, रितु सैनी, स्वाति तथा तलविंदर कौर सभी नई दिल्ली शामिल हैं।
एडीशनल एसपी ने बताया कि अब तक यह लोग एक हजार से ज्यादा लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुके है। सबसे ज्यादा पंजाब, हरियाणा के लोगों को टारगेट बनाते थे। पंजाब के पटियाला मे इनके द्वारा 69 लाख रुपए की ठगी की गई जिसके बाद इन्होंने ठगी के शिकार व्यक्ति ये सेटलमेंट कर राजीनामाकरवा देते थे।
कोलकता में 48 लाख रुपए की ठगी सहित देश के अन्य राज्यों मे इनके विरूद्ध शिकायतें विचाराधीन है। ग्वालियर के एक व्यक्ति से 17 लाख रुपए ठगने के बाद इनकी कंपनी ग्वालियर पुलिस की रडार पर आई और सुनियोजित तरीके से ग्वालियर क्राइम ब्रांच द्वारा इस गिरोह का पर्दाफाश किया गया।
उन्होंने बताया कि इन सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से तीन आरोपियों रिचा भटनागर, आकाश बिडला और सुमित रंजन को पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। वहीं 17 अन्य आरोपियों को न्याययिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
ग्वालियर क्राइम ब्रांच द्वारा हिरासत मे लिए आरोपियों के पास से डेढ़ लाख रुपए नगद, करोड़ों रुपए के हिसाब किताब, संदिग्ध दस्तावेज, मोनो, सील, लेटर हेड, मोबाइल, सैकड़ों सिमकार्ड, बैंक चैक बुक एवं कम्यूटर बरामद किए। इनके द्वारा कितने लोगों को अपने ठगी का शिकार बनया गया है इस संबध में बारीकी से पूछताछ की जा रही है।