कोरबा. दो और चिटफंड कंपनियों पर पुलिस का शिकंजा कस गया है। दिव्यानी प्रापर्टीज और श्रीराम रियल स्टेट सॉल्यूसंस के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। दर्री सीएसपी दौलतराम पोर्ते ने बताया कि चिटफंड कंपनी दिव्यानी प्रापर्टीज प्राइवेट लिमिटेड और श्रीराम रियल स्टेट सॉल्यूसंस प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
ट्रांसपोर्ट नगर 15 ब्लॉक निवासी दिलीप खुंटे ने चिटफंड कंपनी श्रीराम रियल स्टेट सॉल्यूसंस प्राइवेट लिमिटेड में एजेंट के जरिए 23 लाख रुपए जमा किया था। कंपनी ने पांच साल में तीन गुना राशि लौटाने का वादा दिया था। बांड की मिच्यूरिटी पूरी हुई, लेकिन निवेशक को रुपए नहीं मिली। राशि की उम्मीद में निवेशक कंपनी का चक्कर काटता रहा। कंपनी फरार हो गई। दिलीप ने ठगी की सूचना पुलिस को दी। जांच चल रही थी। पुलिस ने कंपनी डायरेक्टर सुभाष देशमुख, गोपाल मीणा, निर्मल धनेरिया, संज और बबलू प्रजापति के खिलाफ निवेशकों से धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। श्री राम रियल स्टेट दिल्ली की कंपनी है।
दूसरी एफआईआर दिव्यानी प्रापर्टीज के खिलाफ उरगा थाने में दर्ज की गई है। थानेदार गोपाल वैश्य ने बताया कि ग्राम मड़वारानी खरहरबुड़ा निवासी नागेश्वर लाल यादव ने दिव्यानी कंपनी में तीन लाख 91 हजार 290 रुपए जमा किया था। पेशे से किसान नागेश्वर को भी राशि नहीं मिली। इसने पुलिस से धोखाधड़ी की थी। पुलिस ने दिव्यानी प्रापर्टीज के खिलाफ उरगा थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। इसमें कंपनी के डायरेक्टर रमेश चौधरी, राघवेन्द्र सिंह जादौन, प्रदीप प्रजापति और विपिन सिंह यादव शामिल है। दिव्यानी भी दिल्ली की कंपनी है।