संबलपुर : चिटफंड ठगी का शिकार हुए लाखों निवेशक अपना रुपया वापस पाने की खातिर अब आर-पार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिए हैं। इस संबंध में मंगलवार को संबलपुर के नारी सेवासदन में आंचलिक समावेश आयोजित रहा। जिसमें पश्चिम ओडिशा के विभिन्न जिलों से आए निवेशक शामिल हुए और ठगी का शिकार होने के बाद झेल रहे मुश्किलों के बारे में बताया।
चिटफंड ठगी का शिकार हुए निवेशकों को न्याय और उनकी जमा राशि वापस दिलाने के लिए गठित एएसकेएमएम की ओर से आयोजित आंचलिक समावेश में संगठन के प्रांतीय आवाहक जयंत दास समेत उपदेष्टा सौभ्यरंजन पटनायक, कांग्रेस के पूर्व केंद्रीयमंत्री भक्तचरण दास, किसान नेता ¨लगराज, माकपा नेता अशोक बिसि, लोकशक्ति अभियान के मुख्य प्रफुल्ल सामंतरा व संयुक्त आवाहक मधुसूदन बिस्वाल सहित अन्य भी उपस्थित थे। हजारों करोड़ रुपये की चिटफंड ठगी के लिए बीजद सरकार पर निशाना साधते हुए बताया गया कि कई नामी-गिरामी चिटफंड कंपनियों के उद्घाटन के अवसर पर वरिष्ठ नेता व मंत्री उपस्थित रहने से निवेशकों को ऐसी कंपनियों पर विश्वास हो गया और कम समय में जमा राशि के दोगुना-तिगुना होने की लालच में अपने खून व पसीने की कमाई राशि का निवेश कर दिया। निवेशकों के रुपये से चिटफंड कंपनियों ने अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया। जबकि अवधि शेष होने के बाद निवेशकों को सूद समेत उनकी जमा राशि नहीं लौटाया। इस ठगी की पोल खुलने के बाद कार्रवाई करते हुए कई चिटफंड कंपनियों के मालिक व वरिष्ठ अधिकारियों को भले ही गिरफ्तार कर उनकी संपत्ति जब्त की गई है, लेकिन ठगी का शिकार हुए निवेशकों को उनकी जमा राशि अब तक नहीं मिल सकी है। सरकार ने मामले की जांच के लिए जस्टिस एमएम दास आयोग का गठन करने समेत सीबीआइ को भी यह मामला सौंपा है। लेकिन अब तक कोई लाभ नहीं मिला है।