Extract money from villagers absconding chit fund company
Admin | 16 January, 2016 | 598 | 3980
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रुपए दोगुना करने का लालच देकर कोलकाता की टीसा एग्रो प्रोजेक्ट नामक कंपनी ने शहर में लोगों को 15 लाख का चूना लगाकर रातोरात गायब हो गया। इसका खुलासा एजेंटों के बीच हुए रुपए के लेनदेन विवाद के बाद सामने आया।
इस चिटफंड कंपनी द्वारा दो साल पहले ही रायगढ़, चन्द्रपुर और अंबिकापुर में रुपए दोगुना करने के नाम पर अपने दफ्तर खोले थे। कम समय में रुपए डबल होने के लालच में ग्रामीणों ने अपनी जमा पूंजी एजेंटों के बहकावे में आकर दे दी थी। |लोग इंतजार में थे, लेकिन उक्त कंपनी तीन साल होने से पहले ही पिछले महीने ही अपने दफ्तरों पर ताला लगाते हुए गायब हो गई। इसकी जानकारी ग्रामीणों को नहीं थी, जिसके चलते वे मियाद पूरी होने की आस लगाए थे।
लिहाजा ऐसे में एजेंटों के बीच हुए लेन देन का विवाद जब थाने के दरवाजे पर पहुंचा कंपनी की करतूत पूरी तरह से उजागर हो गई। बताया जाता है कि इस प्रोजेक्ट में बतौर एजेंट के रूप में काम करने वाले चन्द्रपुर के ही चन्दू केशरवानी पिता खगेश्वर उम्र 35 वर्ष को वहीं के ही उसके साथी एजेंट ने साढ़े चार लाख रुपए की रकम दी थी।
जिसे वह चन्दू पिछले एक साल से तय समय पर देने के बजाय घुमाने में लगा हुआ था। इस मामले को लेकर ही योगेश अपने साथी चंदू के खिलाफ मामला दर्ज कराने कोतवाली थाना पहुंचा था। बहरहाल मामला बढ़ता देख दोनों ही एजेंटों ने आपसी में सलाह कर रिपोर्ट वापस ले लिया है। हालांकि इस बीच पुलिस इस मामले को एक बार फिर से दोबारा जांच करने की बात कह रही है।
पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई - चिटफंड कंपनी के दो एजेंट के आपसी लेन देन के विवाद को पुलिस हल्के में ले रही थी, जिसके कारण राजीनामा होते ही आरोपी को रिहा कर दिया गया। अगर समय पर गंभीरता बरती जाती और एजेंटों से कड़ाई से पूछताछ होती तो पूरा मामला अाज ही खुल सकता था, लेकिन थाने में मौजूद जांच अधिकारी ने ऐसा करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस वजह से हवालात के अंदर रहने वाले एजेंट बाहर दिखाई दे रहे हैं।
योगेश ने किया उजागर
अपने साथी के खिलाफ शिकायत करने पहुंचे योगेश ने रुपए नहीं मिलने से लेकर अपनी कंपनी की करतूतों का खुलासा मीडिया के सामने किया था, जिसमें उसने दफ्तर बंद होने के साथ कंपनी के गायब होने की भी बात बताई थी। बाद में पुलिस प्रपंच में फंसने के भय से उसने बीच में चंदू के साथ सुलह कर लिया।
दोनों के बीच आपसी लेन देन के विवाद में पीड़ित पक्ष ने राजीनामा कर लिया था, लेकिन चिटफंड कंपनी का मामला सामने आया है, जिसमें जांच की जाएगी।’’ अरुण नेताम, थाना प्रभारी कोतवाली
इस चिटफंड कंपनी द्वारा दो साल पहले ही रायगढ़, चन्द्रपुर और अंबिकापुर में रुपए दोगुना करने के नाम पर अपने दफ्तर खोले थे। कम समय में रुपए डबल होने के लालच में ग्रामीणों ने अपनी जमा पूंजी एजेंटों के बहकावे में आकर दे दी थी। |लोग इंतजार में थे, लेकिन उक्त कंपनी तीन साल होने से पहले ही पिछले महीने ही अपने दफ्तरों पर ताला लगाते हुए गायब हो गई। इसकी जानकारी ग्रामीणों को नहीं थी, जिसके चलते वे मियाद पूरी होने की आस लगाए थे।
लिहाजा ऐसे में एजेंटों के बीच हुए लेन देन का विवाद जब थाने के दरवाजे पर पहुंचा कंपनी की करतूत पूरी तरह से उजागर हो गई। बताया जाता है कि इस प्रोजेक्ट में बतौर एजेंट के रूप में काम करने वाले चन्द्रपुर के ही चन्दू केशरवानी पिता खगेश्वर उम्र 35 वर्ष को वहीं के ही उसके साथी एजेंट ने साढ़े चार लाख रुपए की रकम दी थी।
जिसे वह चन्दू पिछले एक साल से तय समय पर देने के बजाय घुमाने में लगा हुआ था। इस मामले को लेकर ही योगेश अपने साथी चंदू के खिलाफ मामला दर्ज कराने कोतवाली थाना पहुंचा था। बहरहाल मामला बढ़ता देख दोनों ही एजेंटों ने आपसी में सलाह कर रिपोर्ट वापस ले लिया है। हालांकि इस बीच पुलिस इस मामले को एक बार फिर से दोबारा जांच करने की बात कह रही है।
पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई - चिटफंड कंपनी के दो एजेंट के आपसी लेन देन के विवाद को पुलिस हल्के में ले रही थी, जिसके कारण राजीनामा होते ही आरोपी को रिहा कर दिया गया। अगर समय पर गंभीरता बरती जाती और एजेंटों से कड़ाई से पूछताछ होती तो पूरा मामला अाज ही खुल सकता था, लेकिन थाने में मौजूद जांच अधिकारी ने ऐसा करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस वजह से हवालात के अंदर रहने वाले एजेंट बाहर दिखाई दे रहे हैं।
योगेश ने किया उजागर
अपने साथी के खिलाफ शिकायत करने पहुंचे योगेश ने रुपए नहीं मिलने से लेकर अपनी कंपनी की करतूतों का खुलासा मीडिया के सामने किया था, जिसमें उसने दफ्तर बंद होने के साथ कंपनी के गायब होने की भी बात बताई थी। बाद में पुलिस प्रपंच में फंसने के भय से उसने बीच में चंदू के साथ सुलह कर लिया।
दोनों के बीच आपसी लेन देन के विवाद में पीड़ित पक्ष ने राजीनामा कर लिया था, लेकिन चिटफंड कंपनी का मामला सामने आया है, जिसमें जांच की जाएगी।’’ अरुण नेताम, थाना प्रभारी कोतवाली