इंदौर: दिल्ली की सन साइन इंफ्रा कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी ने लोगों से पैसा दोगुना करने के नाम पर लाखों रुपए जुटाए, लेकिन जब देने की बारी आयी तो हाथ खड़े कर दिए। लोग अपने ही पैसा के लिए भटक रहे है, लेकिन कंपनी के एजेंट बात करने को ही तैयार नहीं है। उल्टा एजेंट ही लोगों को धमकी दे रहे हैं। कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए है। चिटफंड कपंनियों के खिलाफ प्रशासन का रुख हमेशा से ही सख्त रहा है। लम्बे समय बाद किसी चिटफंड कंपनी की शिकायत कलेक्टर को की गई है।
कंपनी ने एजेंटों के माध्यम से लोगों से पैसा जुटाया। दावा किया गया कि एक समय सीमा में 2 लाख रुपए किश्तों में जमा करवाए जाए तो 5 लाख रुपए वापस दिए जाएंगे। पूरे पैसे जमा होने के बाद जब लोगों ने पैसे मांगे तो एजेंट ने कंपनी बंद होने का कहते हुए पैसा देने से मना कर दिया है। मुनाफा तो दूर मूल जमा राशि ही नहीं लौटायी जा रही है। बेटमा के महेश जैन ने कलेक्टर को शिकायत की, जिस पर जांच के आदेश दिए गए है।
हर रोज जमा किए लोगों ने पैसे
कंपनी लोगों से रोज एक तय राशि जमा करवाती थी। जैन का कहना है, हमारे परिवार से तीन पॉलिसी ली गई थी। अभी तक 2 लाख से अधिक की राशि जमा करवा दी गई है, लेकिन एजेंट अजीत लाम्भाते पैसा लौटाने को तैयार नहीं है। पैसा मांगने जाते है तो एजेंट कहता है कि कंपनी पर ही ताले डल गए। मैं क्या करुं। दबाव डालने पर धमकी देता है।
दो साल से मांग रहे पैसा
बेटमा और आस-पास के गांवों से एजेंट ने पैसा जुटाया है। करीब दो साल पहले ही पॉलिसी परिपक्व हो गई है और लोग अपना पैसा मांग रहे है। एजेंट शुरुआत में तो आठ दिनों में पैसा लौटाने का कहता था, लेकिन अब तो सीधे- सीधे हाथ खड़े कर रहा है।
50 से लेकर 100 रुपए रोज
कंपनी दोगुना फायदा होने का दावा करते हुए लोगों से हर रोज पैसा जुटाती है। 50 रुपए से लेकर 100 रुपए रोज लोगों के खातों में जमा करवाया जाता है। अशिक्षित लोग फायदे के चक्कर में कंपनी के झांसे में आ जाते है। बेटमा के ही सैकड़ों लोगों का पैसा अटक गया है। कंपनी का मूख्यालय नई दिल्ली है।
अभी तक 21 से अधिक कंपनियों के खिलाफ जांच
जिला प्रशासन को अभी तक 21 से अधिक चिटफंड कंपनियों के खिलाफ शिकायतें मिली है, जिसमें से आधी से ज्यादा कंपनियों के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर हो चुका है। कुछ कंपनियों की जांच पुलिस के पास चल रही है, जबकि रिपोर्ट का इंतजार प्रशासन को भी है।
इनका कहना है
चिटफंड के नाम पर लोगों के पैसों को डूबने नहीं दिया जाएगा। कंपनी के पास यदि प्रशासन की अनुमति है तो ही वह पैसा जमा करवा सकती है। इसके अलावा कोई एेसा करता है तो यह गलत है। सन साइन कंपनी के खिलाफ शिकायत आयी थी, जिसकी जांच के आदेश दे दिए गए है। आम आदमी को यदि इस संबंध में कोई शिकायत करनी है तो सीधे प्रशासन को लिखित आवेदन दे।