दिल्ली (सुधीर कुमार)। आम आदमी पार्टी (आप) के दूसरे नंबर के नेता और मंत्री पद के प्रबल दावेदार व पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से विजयी प्रत्याशी मनीष सिसोदिया ने कहा कि आने वाले समय में निजी स्कूलों से डोनेशन पूरी तरह से खत्म किया जाएगा। इसके लिए रोडमैप तैयार किया जा रहा है। सरकार के कामकाज की शुरुआत होते ही इस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव में जितने भी वादे किए हैं, सभी उनकी प्राथमिकता में हैं। सभी को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि आप की प्राथमिकताएं एक या दो कामों पर नहीं रहेगी। सरकार के अस्तित्व में आते ही सबसे पहले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाएगा, ताकि जनता को तुरंत राहत मिल सके। इसके अलावा बिजली की कीमत कम करने और नि:शुल्क पानी मुहैया कराने पर भी काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने स्वीकार किया कि जनता ने उन्हें उम्मीद से अधिक समर्थन दिया है। ऐसे में जनता की उम्मीदें भी अधिक हैं। दोनों ही स्थिति पार्टी व दिल्ली के लिए अच्छी हैं। इस बार काम करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ी है। सब मिलकर काम करेंगे तो बेहतर दिल्ली बनने से कोई रोक नहीं सकता है।
स्कूल खोलने से लेकर अन्य वादों को पूरा करने के लिए फंड की कमी के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में सिसोदिया ने कहा कि फंड की कोई कमी नहीं है। कमी थी तो केवल ईमानदारी और नीयत की। आप की सरकार की यही दोनों चीजें ही मूल आधार हैं। वे कहते हैं कि लोगों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा देने जैसी कई बुनियादी चीजें हैं जिन्हें पूरा करना सरकार का पहला कर्तव्य है। कार्यो को जब ईमानदारी से किया जाएगा तो सारी समस्याएं खुद हल हो जाएंगी।
फिलहाल सब्सिडी के माध्यम से मिलेगी बिजली
बिजली सब्सिडी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार के कामकाज संभालते ही बिजली कंपनियों का ऑडिट शुरू कर दिया जाएगा। ऑडिट पूरा होते ही अपने आप बिजली की कीमतें कम हो जाएंगी। जब तक बिजली दरें कम नहीं होंगी तब तक सब्सिडी के माध्यम से लोगों को सस्ती बिजली मुहैया कराई जाएगी।
लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे
सुरक्षा के मुद्दे पर सिसोदिया ने कहा कि विगत कार्यकाल के दौरान उनके विधानसभा क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगवाने की योजना अधूरी रह गई थी, जिसे अब शीघ्र पूरा किया जाएगा। इलाके के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधूरे कार्यो को पूरा करवाना है। इसके साथ-साथ संजय झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने दावा किया लोगों को छोटी-मोटी तमाम तरह की रुकावटों का हर रोज सामना करना पड़ता है। उन्हें प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा।