धमतरी. चिटफंड कंपनियों के अभिकर्ता कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए कांग्रेस की शरण में आ गए हैं। कांग्रेस नेताओं ने भी इनका खुलकर साथ देते हुए सिटी कोतवाली पहुंचकर चेतावनी दी है कि अभिकर्ताओं को परेशान किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
सोमवार को दोपहर 2 बजे कांग्रेस भवन में छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं उपभोक्ता संघ की बैठक हुई, जिसमें अभिकर्ताओं ने पुलिसिया कार्रवाई से बचने के लिए कांग्रेसजनों से मदद की गुहार लगाई। अभिकर्ता सुंदर साहू, नंदकुमार निषाद, ईश्वर पटेल, शारदा साहू, चेतन साहू, अनीता वर्मा, मीना चन्द्राकर, सरिता दीवान, दुर्गा दीवान, राजेश साहू, राजेंद्र साहू, बीना साहू, शारदा श्रीवास्तव, ईश्वर मरकाम, प्रफुल्ल कुमार नेताम आदि ने कहा कि कंपनी के झांसे में आकर वे लोग खुद परेशान हैं।
कंपनियों के फरार होते ही निवेशक रकम वापसी के लिए उन्हें तरह-तरह से परेशान कर रहे हैं। यही नहीं ग्राम गुजरा निवासी अभिकर्ता शत्रुघन सार्वा के खिलाफ धारा 409,420,120-बी के तहत जुर्म दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया गया है। ऐसे में अभिकर्ताओं में भयादोहन की स्थिति है।
वायदे से मुकरी सरकार
अभिकर्ताओं ने कहा कि राजधानी रायपुर में कई दिनों तक धरना-प्रदर्शन करने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने उन्हें गिरफ्तार नहीं करने का आश्वासन दिया था, लेकिन रमन सरकार अपने वायदे से मुकर गई। उन्होंने अपनी लड़ाई में कांग्रेस से मदद की गुहार लगाई।
इस मौके पर पीसीसी सचिव पंकज महावर, जिलाध्यक्ष मोहन लालवानी, ग्रामीण ब्लाक अध्यक्ष नीशु चन्द्राकर, हरमिंदर छाबड़ा, अनुराग मसीह, आशुतोष शर्मा ने कहा है कि शासन चाहे तो कंपनियों के इन संपत्तियों को कुर्क कर निवेशकों का पैसा लौटा सकती हैं, लेकिन इस दिशा में पहल नहीं की जा रही है। उल्टे अभिकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है।