देवघर: जनता की गाढ़ी कमाई की हेराफेरी में तीन साल पूर्व की जांच रिपोर्ट पर सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) धनबाद की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) के वरीय पदाधिकारी के नेतृत्व में पटना, रांची की 22 संयुक्त टीम ने देवघर की 27 नॉन बैंकिंग कंपनी के सीलबंद कार्यालय का ताला खोलकर कंप्यूटर, यूपीएस, नकदी समेत सभी दस्तावेज को जब्त कर लिया। पांच दंडाधिकारी की मौजूदगी में टीम ने अलग-अलग स्थानों पर पूर्व में संचालित कार्यालय में गुरुवार सुबह से ही छापेमारी शुरू कर दी।
सर्कुलर रोड, दास कांप्लेक्स, एलआइसी ऑफिस के प्रथम तला, वीआइपी चौक पर कंपनी के दफ्तर में लटके ताला को खोला गया। सन प्लांट एग्रो ग्रुप, प्रयाग इंफोटेक, साई प्रसाद जैसे कंपनी के दफ्तर में मिले कागजात की जब्ती सूची में बनाने में सुबह से शाम हो गई। एक-एक दस्तावेज को खंगाला गया।
सीबाआइ एसपी, डीएसपी, केस के अनुसंधानकर्ता, इंस्पेक्टर समेत 22 से अधिक पदाधिकारियों की टीम ने अलग-अलग स्थानों पर एक साथ रेड किया। जब्त दस्तावेज को टीम अपने साथ ले गई है। अब इस पर आगे की कार्रवाई शुरू होगी। जानकारी हो कि फरवरी 2013 में तत्कालीन एसडीओ उमाशंकर सिंह ने इन कंपनियों के खिलाफ जांच कर रिपोर्ट की थी।
इन कंपनियों के कार्यालय पर पड़ा छापा:
सुराहा माइक्रो फाइनेंस, सन प्लांट एग्रो गु्रप, प्रयाग इंफोटेक हाईराइज लि., साई प्रसाद प्रोपर्टीज लि., फेडरल एग्रो कमर्शियल लि., गुलशन निर्माण इंडिया, तिरूबालाजी राइजिंग रियल स्टेट प्रा.लि., एलकेमिस्ट इंफ्रा रियल्टी लि., धनोल्टी डेपलपर्स लि., कोलकाता वियर इंडस्ट्री लि., संकल्प ग्रुप आफ कंपनीज, वियर्ड इंफ्रा स्ट्रक्चर्ड कारपोरेशन लि., रूफर्स मार्केटिंग लिमिटेड, सन साइन ग्लोबल एग्रो लि., रमल इंडस्ट्रीज लिमिटेड, इनॉरमस इंडस्ट्रीज लि., एक्सेला इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट, गीताजंली उद्योग लि., एमपीए एग्रो एनिमल्स प्रोजेक्टस लि., जुगांतर लियल्टी लि., एटीएम ग्रुप आफ कंपनीज, केयर विजन म्यूचूअल, बेनिफिट लि., मातृभूमि मैनुफैक्चरिंग एंड मार्केटिंग, रोज वैली होटस्ट एंड इंटरटेंमेंट लि., वर्द्धमान सन्मार्ग वेलफेयर सोसायटी, अपना परिवार एग्रो फार्मिग डेवलपर्स लि. एवं वारिस ग्रुप एंड अर्सदीप फाइनेंस लिमिटेड।
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