Demanded the arrest of the chit fund operators
Admin | 20 February, 2016 | 1330 | 3980
![Demanded the arrest of the chit fund operators Demanded the arrest of the chit fund operators]()
जनताका पैसा लूटने वाली चिट फंड कंपनियां बंद हों, उसके संचालकों को गिरफ्तार हो, निवेशकों का पैसा वापस हो समेत सरकार विरोधी लगाते हुए पीड़ितों ने बुधवार को जयपाल सिंह स्टेडियम से रैली निकाली। नन बैंकिंग अभिकर्ता एवं निवेशक सुरक्षा समिति के बैनर तले रैली में शामिल लोग बिरसा चौक पहुंचे। इसमें रामगढ़, हजारीबाग, पलामू, चतरा, लोहरदगा, सिंहभूम, सिमडेगा, गुमला और रांची समेत कई जिलों से राजधानी पहुंचे प्रदर्शन कारी शामिल थे।
रैली का उद्देश्य विस के समक्ष प्रदर्शन करना सरकार का ध्यान अपनी मांगों की ओर आकृष्ट करना था। प्रदर्शन के बाद समिति के अध्यक्ष जावेद अख्तर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिला और अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। इसमें मांगे पूरी नहीं होने पर मुख्यमंत्री रघुवर दास के कांके रोड स्थित सरकारी आवास के समक्ष निवेशकों ने 28 मार्च को आत्मदाह करने की चेतावनी दी। कहा, हमलोग पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं।
प्रतिनिधिमंडल में रिहान, मोती राणा, चुन्नी लाल, विनोद महतो, अरविंद महतो, सीनू तिर्की और देव कुमार सहित कई लोग शामिल थे।
{ नन बैंकिंग चिट फंड से पीड़ितों के राहत के लिए राज्य सरकार राहत कोष बनाए।
{कोलकाता वेलफेयर, वारिस कंपनी, त्रिभुवन एग्रो, शारदा ग्रुप, पीएसीएल, साईं प्रसाद ग्रुप, रियल विजन, मल्टीनेशनल इंडस्ट्रीज लि. और शारद रियलिटी आदि के चेयरमैन की संपत्तियां नीलाम कर निवेशकों का पैसा वापस किया जाए।
{मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए।
{मामले में अभिकर्ताओं की गिरफ्तारी बंद हो।
रैली का उद्देश्य विस के समक्ष प्रदर्शन करना सरकार का ध्यान अपनी मांगों की ओर आकृष्ट करना था। प्रदर्शन के बाद समिति के अध्यक्ष जावेद अख्तर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिला और अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। इसमें मांगे पूरी नहीं होने पर मुख्यमंत्री रघुवर दास के कांके रोड स्थित सरकारी आवास के समक्ष निवेशकों ने 28 मार्च को आत्मदाह करने की चेतावनी दी। कहा, हमलोग पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं।
प्रतिनिधिमंडल में रिहान, मोती राणा, चुन्नी लाल, विनोद महतो, अरविंद महतो, सीनू तिर्की और देव कुमार सहित कई लोग शामिल थे।
{ नन बैंकिंग चिट फंड से पीड़ितों के राहत के लिए राज्य सरकार राहत कोष बनाए।
{कोलकाता वेलफेयर, वारिस कंपनी, त्रिभुवन एग्रो, शारदा ग्रुप, पीएसीएल, साईं प्रसाद ग्रुप, रियल विजन, मल्टीनेशनल इंडस्ट्रीज लि. और शारद रियलिटी आदि के चेयरमैन की संपत्तियां नीलाम कर निवेशकों का पैसा वापस किया जाए।
{मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए।
{मामले में अभिकर्ताओं की गिरफ्तारी बंद हो।