दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दुबई में देह व्यापार के लिए भेजी जाने वाली नेपाली लड़कियों की तस्करी का गेटवे बनता जा रहा है.
ये भयावह जानकारी खुद केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने दी है. इस आधार पर विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को भी सतर्क कर दिया गया है.
सीबीआई के तहत ही अभी भी जारी जांच के विषय में विभागीय सूत्रों ने बताया कि 20 से 30 साल की करीब छह से आठ हजार नेपाली लड़कियों को वेश्यावृत्ति के लिए दुबई भेजा गया है.
दिल्ली हवाई अड्डे से उन्हें पर्यटक के तौर पर नैरोबी, केन्या आदि देशों के रास्ते दुबई भेजा गया. सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान इस संबंध में सूचनाएं फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस, एयर इंडिया, कतर एयरवेज, आव्रजन विभाग और यहां से कामकाज संभालने वाले 15 ट्रैवल एजेंटों से ली हैं.
एक वरिष्ठ सीबीआई अधिकारी ने बताया कि लड़कियों को वाया दुबई नैरोबी जाने के लिए टिकट, वीजा और नैरोबी में होटल की बुकिंग आदि के साथ दिल्ली से रवाना कराया जाता है. लेकिन फिर वह नैरोबी से पहले दुबई में ही लैंड कर जातीं. उसके बाद नैरोबी के लिए उनकी टिकट और होटल की बुकिंग आदि रद्द करा दी जातीं हैं. इन लड़कियों के पास दुबई में काम करने के लिए 'पेपर वीजा' भी होता था जो ये छिपाकर ले जाती थीं.
अधिकारी ने दावा किया कि जब इनका टिकट कैंसल हो जाता था तो ये अपने एजेंट के साथ दुबई में दो से तीन महीने का वक्त बिताकर वापस लौट आती थीं.
वैध वीजा के साथ आसानी से दुबई पहुंच सकने के बावजूद देह व्यापार में नैरोबी कनेक्शन की वजह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसके कई कारण हो सकते हैं. नेपाली अधिकारी दस्तावेजों में काम की प्रकृति और नियोक्ता का विस्तृत ब्योरा खंगालते हैं. उनका मानना है कि नेपाल में देह-व्यापार को बढ़ावा नहीं दिया जाता और काम करने के लिए दुबई जाने वाली लड़कियों को संदिग्ध माना जाता है.
सूत्रों ने बताया कि इस साजिश का पता तब चला जब एक खुफिया टिप पर पिछले साल जुलाई में एयर इंडिया की फ्लाइट से 76 लड़कियों के नैरोबी वाया दुबई जाने पर अचानक उनके यात्रा दस्तावेजों के इतिहास को खंगाला गया.
अधिकारियों ने बताया कि लड़कियों के पास पूरे और सही दस्तावेज थे, इसलिए उनके खिलाफ तब कोई कार्रवाई नहीं की गई. लेकिन सीबीआई ने विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और संबंधित अन्य एजेंसियों को इसकी जानकारी दी.
एजेंसी ने खाड़ी देशों में एजेंटों के जरिए लड़कियों की सप्लाई रोकने के लिए आव्रजन प्रणाली की खामियों की ओर भी अपनी जांच में इशारा किया है. उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया कि खाड़ी देशों में चलाए जा रहे सेक्स रैकेट के लिए लड़कियों को आसानी से आगे तक ले जाना का दिल्ली हवाई अड्डा बड़ा जरिया बन गया है.
उन्होंने बताया कि इतने बड़े पैमाने पर लड़कियों की तस्करी को देखते हुए विदेश मंत्रालय से पता करने को कहा गया है कि क्या भारतीय लड़कियों और अन्य दक्षेस देशों की लड़कियों की भी इसी तरीके से तस्करी की जा रही है.