रायपुर। करा़ेडों रुपए जमा कराने के बाद ताला लगाकर भागे चिटफंड कंपनी संचालकों के खिलाफ बुधवार को भी अभिकर्ताओं ने निवेशकों के साथ डीडी नगर थाने का घेराव किया। पीड़ितों ने संचालकों की गिरफ्तारी एवं सम्पत्ति कुर्क कराने की मांग दोहराई। इस दौरान छत्तीसगढ़ अभिकर्ता सेवा संघ के सह-सचिव ईश्वर पटेल एवं महासचिव नंदकुमार पटेल के साथ पहुंचे प्रतिनिधियों ने डीडीनगर क्षेत्र में संचालित एक चिटफंड कंपनी के खिलाफ एफआईआर कराई।
थाने में दर्जनों की तादाद में पहुंचे अभिकर्ताओं ने राजधानी से करोड़ों रुपए की देनदारी से बचकर भागे चिटफंड कंपनी संचालकों की गिरफ्तारी एवं उनकी सम्पत्ति कुर्क कराने को लेकर थाने के बाहर नारेबाजी की। संघ के अध्यक्ष गगन कुंभकार ने 1 फरवरी से धरना दे रहे निवेशकों एवं अभिकर्ताओं के बीच कहा कि हमने मामले को लेकर कई बार सरकार से चर्चा का प्रयास किया, लेकिन कंपनी संचालकों की गिरफ्तारी तो दूर, उनके खिलाफ जांच भी नहीं की जा रही है, जबकि कंपनी द्वारा ठगे गए लाखों निवेशकों की जमा पूंजी लेकर भागी चिटफंड कंपनी पर कार्रवाई के बजाय पुलिस निवेशकों की शिकायत पर अभिकर्ताओं पर अपराध दर्ज करने में जुटी है। इस तरह की एक तरफा कार्रवाई का अभिकर्ताओं ने खुला विरोध किया। श्री कुंभकार ने बताया कि गुरुवार को आजाद चौक क्षेत्र में संचालित चिटफंड कंपनी के खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखाई जाएगी।
नर्स स्टाफ की संचालक से नहीं हुई मुलाकात
वहीं 17 जनवरी से धरना स्थल पर बेमुद्दत हड़ताल एवं क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे नर्स स्टाफ ने बुधवार को भी नौकरी बहाली एवं सरकार की एजेंसी के जरिए नौकरी देने की मांग दोहराई। बस्तर, सरगुजा के नर्स स्टाफ ने अब तिसरी बार स्वास्थ्य संचालक आर.प्रसन्ना से मिलने का प्रयास किया, मगर समय नहीं दिया जाने से संचालक से बेरोजगार नर्स स्टाफ की बात नहीं हो पाई। यह जानकारी छत्तीसगढ़ स्टाफ नर्स मेल, फिमेल एसोसिएशन की अध्यक्ष दीपा चौहान ने दी।
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