जो लोग अपने भोजन में सब्जियों, फलों, मछली, मेवे, सोया उत्पादों की ज्यादा मात्रा और शराब का कम मात्रा में सेवन करते हैं, उनकी चिंतन-मनन की क्षमता बढ़ती उम्र में भी अच्छी रहती है। यह बात एक नई रिसर्च में सामने आई है। ओंटेरियो के मैकमास्टर यूनिवर्सिटी की टीम ने अपने रिसर्च में 40 देशों के 28 हजार लोगों के स्वास्थ्य और उनकी आदतों का अध्ययन किया।
रिसर्चर्स के मुताबिक, जिन 5,700 लोगों की भोजन शैली स्वस्थ्य थी, उनमें सिर्फ 14 फीसदी लोगों की चिंतन क्षमता में गिरावट आई। साथ ही जिन 5,460 लोगों की खान-पान की आदत स्वस्थ्य नहीं थी, उनमें 18 फीसदी लोगों की चिंतन क्षमता में गिरावट दर्ज की गई। रिसर्चर्स ने अस्वस्थ्य भोजन में रेड मीट, तेल में तले भोजन और मिठाइयों को रखा। फोब्र्स पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, स्वस्थ्य भोजन भी यदि अस्वस्थ्य तरीके से लिया जाए, तो फायदा कम हो जाता है।
बिना चीनी के लें फ्रूट
हेल्थ के लिए फ्रूट फायदेमंद हैं, लेकिन यदि इसे ज्यादा फैट और चीनी के साथ लिया जाए, तो उसका फायदा कम हो जाता है। अध्ययन के लेखक एंड्र स्मिथ ने कहा, हमारे आंकड़ों के मुताबिक, समग्र तौर पर स्वस्थ्य भोजन होना चाहिए, न कि किसी एक भोजन पर जोर दें। स्वस्थ्य भोजन में भरपूर एंटी ऑक्सिडेंट होते हैं और वे दिमाग और स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन होते हैं।