तिरूअनंतपुरम। एयरपोर्ट पर तैनात कॉन्स्टेबल ने मात्र चार साल की नौकरी में तस्कीर के रैकेट के साथ जुड़कर करोड़ों रूपये की अवैध कमाई कर ली । मात्र 28 साल की उम्र में ही कॉन्स्टेबल जबीन ने 8 करोड़ रूपए की अकूत दौलत इक ट्ठा कर ली। उसने जमीन के प्लॉट्स के अलावा एर्नाकुलम शहर के आस-पास रियल इस्टेट कारोबार में निवेश किया, शॉपिंग मॉल खरीदा, आलीशान मकान और कारें खरीदीं।
एयरपोर्ट पर तैनात कॉन्स्टेबल ने मात्र चार साल की नौकरी में तस्कीर के रैकेट के साथ जुड़कर करोड़ों रूपये की अवैध कमाई कर ली ।
कॉस्टेबल की अवैध कमाई का खुलासा तब हुआ जब जबीन के भाईयों और उनके पिता को कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कस्टम अधिकारियों ने सोने की तस्करी के रैकेट में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। जबीन कोच्चि एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन सेक्शन में काम करता था। जबीन और उसके एक रिश्तेदार नौशाद ने कथित तौर पर डेढ़ साल में दुबई से 1700 से 1800 किलो सोने की तस्करी की। इसकी बाजार कीमत 400 करोड़ रूपये के पास आंकी गई है।
25 मई को हुए भंडाफोड़ के बाद से अभी तक की गई कार्रवाई में 32 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कस्टम अधिकारियों ने इस रैकेट की कार्य प्रणाली के बारे में बताया कि तस्करी के जरिए लाये गए सोने को यात्री एयरपोर्ट के इमिग्रेशन हॉल से लगे टॉइलेट में छुपा दिया करते थे। जबीन इस सोने को बाहर खड़ी पार्क में पहुंचाता था और वहां से उसका भाई सोना लेकर घर पहुंचा देता था जहां से उसका पिता ए. के. बशीर इस सोने को बाजार में बेचा करता था।