भुवनेश्वर : नेता विपक्ष ने सत्तारूढ़ बीजद एवं मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। बीजद के खाते में एक साथ आठ करोड़ रुपये जमा किए जाने को मुद्दा बनाते हुए नेता विपक्ष नरसिंह मिश्र ने चिटफंड कांड के अन्यतम आरोपी श्रीकृष्ण पाढ़ी से जोड़ने की कोशिश की है। उधर बीजू जनता दल ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए इसे सस्ती राजनीति करार दिया है। बीजद ने कांग्रेस को खुला चैलेंज किया है कि अगर उनके पास प्रमाण है तो सीबीआइ को सौंप दे और मामले की जांच सीबीआइ से करवा ली जाए।
नेता विपक्ष ने सदन में यह मुद्दा उठाते हुए परोक्ष में सत्तारूढ़ दल के मुखिया को ही लपेटने की कोशिश की। नरसिंह मिश्र ने प्रश्न उठाया कि क्या भारतीय स्टेट बैंक के खाता संख्या 10091755246 बीजू जनता दल का है अगर हां तो क्या इसमें एक ही दिन में आठ करोड़ रुपये जमा नहीं किए गए हैं। पैसा जमा करने वाला पूर्णचन्द्र पाढ़ी ने कहां से इतना धन लाया और चिटफंड की जांच कर रही क्राइमब्रांच की नजर में यह बात नहीं आयी कि एक ही दिन में इतनी बड़ी रकम कैसे जमा की गई । नेता विपक्ष ने चिटफंड मामले की जांच कर रहे जस्टिस एमएम दास पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब जांच पूरी नहीं हुई है तो सरकार को क्लिनचिट देना कहां तक उचित है। नेता विपक्ष ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से जवाब मांगा तो समूचा सत्तारूढ़ दल तिलमिला उठा। कानून मंत्री अरुण साहू ने इसका जवाब रखा कि पूर्णचन्द्र पाढ़ी का चिटफंड मामले के आरोपी श्रीकृष्ण पाढ़ी से कोई लेना देना नहीं है। यह संयोग मात्र है कि श्रीकृष्ण पाढ़ी के पिता का नाम भी पूर्णचन्द्र पाढ़ी ही है। वैसे बीजद की ओर से यह साफ नहीं किया गया है कि उनके खाते में धनराशि जमा की गई है या नहीं। अरुण साहू के बाद बीजद के प्रवक्ता प्रताप जेना ने भी नेता विपक्ष पर निशाना साधा है और उन्हें प्रमाण प्रस्तुत करने की चुनौती दी है।