रायपुर। विधानसभा में बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज के मामले में लाए गए स्थगन के दौरान नागरिक आपूर्ति निगम (नान) में हुए घोटाले पर पत्रिका के स्टिंग में हुए खुलासे का मुद्दा भी जोर-शोर से उठा। कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा और बृहस्पति सिंह ने पत्रिका द्वारा की गई स्टिंग की सीडी सदन में दिखाई और उसे सुनवाने की मांग की। सदस्यों ने कहा कि प्रदेश की जनता नान घोटाले का सच जानना चाहती है, इसलिए इसे सदन के माध्यम से सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
भट्ट के बयान पर आपत्ति
विधायक सत्यनारायण शर्मा ने नान में प्रबंधक रहे शिवशंकर भट्ट के कतिपय चैनलों को दिए गए बयान पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि एक चैनल से भट्ट के बयान की सीडी लेकर उसे चार्जशीट में जोड़ा जा रहा तो ईओडब्लू को भट्ट के उस बयान को भी शामिल करना चाहिए, जो स्टिंग के दौरान सामने आया है। रामानुजगंज के विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि सरकार को हिम्मत दिखाते हुए सीडी पर चर्चा करवानी चाहिए।
नान घोटाले पर स्थगन
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नागरिक आपूर्ति निगम में करोड़ों रुपए के साथ डायरी की बरामदगी के मामले में विपक्ष ने स्थगन लगाया है। इसके जरिए कांग्रेस गुरुवार को सभी काम रोककर चर्चा की मांग करेगी। नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने बताया कि पत्रिका की स्टिंग के बाद घोटाले में नए तथ्य सामने आए हैं। विपक्ष विधानसभा अध्यक्ष से इस बात का आग्रह करेगा कि वे स्थगन प्रस्ताव को मंजूर करें, ताकि नए तथ्यों के साथ मामले के सभी पहलुओं पर चर्चा हो सके।
कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा और बृहस्पति सिंह ने पत्रिका द्वारा की गई स्टिंग की सीडी सदन में दिखाई और उसे सुनवाने की मांग की।
एक लाख करोड़ का घोटाला
स्थगन पर चर्चा करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने नान में एक लाख करोड़ का घोटाला बताया। इस पर राजस्व मंत्री ने आपत्ति जताई कि हर रोज आकंडा बढ़ता जा रहा है। तब बघेल ने कहा कि हम शुरू से ही इसे एक लाख करोड़ का घोटाला बता रहे हैं। बघेल ने कहा कि नान में गरीबों की थाली से चोरी हुई है।
क्यों नहीं दिखाई जा सकती डायरी?
बघेल ने कहा कि ईओडब्लू और एसीबी कोई आयोग नहीं है, जिसके दस्तावेज विधानसभा के पटल पर नहीं रखे जा सकते? ईओडब्लू द्वारा जब्त की डायरी को एक कॉन्स्टेबल, थानेदार और एडिशनल डीजी देख सकता है तो फिर डायरी को विधानसभा के पटल पर क्यों नहीं रखा जा सकता? बघेल ने कहा कि यदि डायरी सदन के पटल पर प्रस्तुत नहीं हो सकती तो विधानसभा अध्यक्ष को यह विशेषाधिकार हासिल है कि वह सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों को अपने कक्ष में आमंत्रित कर डायरी के सभी पहलुओं पर चर्चा कर लें। बघेल ने कहा कि वे इस बात को इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि जिन्हें इस मामले की जांच सौंपी गई है, उन्हें साक्ष्य मिटाने में महारत हासिल है। हमेशा साक्ष्य मिटाए गए हैं।
सदन में जमकर हंगामा
विधानसभा घेराव के दौरान कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज के मु²े पर कांग्रेस ने बुधवार को सदन में जमकर हंगामा किया। स्थगन पर चर्चा के दौरान विधायक भूपेश बघेल ने सदन में कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता बेहद शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन सेमरिया के पास पुलिस ने पथराव किया और लाठियां भांजी। पुलिस ने सूखी घास में आग लगाई।
झीरम टू
यदि उस दौरान थोड़ी हवा तेज होती तो पास में मौजूद पेट्रोल पंप में आग लग जाती और कोई बड़ा हादसा हो जाता। बघेल ने आरोप लगाया कि सरकार विरोध को दबाकर झीरम टू की घटना को अंजाम देना चाहती है, ताकि हमेशा-हमेशा के लिए आवाज बंद हो जाए। नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि क्या पुलिस आग लगाकर कानून और व्यवस्था को संभालेगी? विधायक सत्यनारायण शर्मा, मोहन मरकाम सहित कांग्रेस के अन्य कई विधायकों ने स्थगन को ग्राह्य करने की मांग की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने फिर से चर्चा की अनुमति नहीं दी तो कांग्रेस ने बहिगर्मन कर दिया। 800 करोड़ के कारोबार प्रभावित होने का चैम्बर ऑफ कॉमर्स के चेयरमेन अमर धावना ने दावा किया है।
पेट्रोल पंप में तोडफ़ोड़
प्रदेश सरकार की दमनकारी नीति और धान खरीदी, नान घोटाले, लाठी चार्ज सहित आठ मुद्दे को लेकर कांग्रेस के बंद से बुधवार को जनजीवन प्रभावित हुआ। राजधानी में कांग्रेसियों ने एक पेट्रोल पंप में तोडफ़ोड़ की। जशपुर जिले के कुनकुरी में विवाद के बाद छह कांग्रेसियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। हालांकि ऑटों व बसों के परिचालन ने यात्रियों को परेशानी नहीं उठानी पड़ी। राजधानी में कांग्रेसियों ने झाबक पेट्रोल पंप को बंद कराने के लिए पत्थराव किया। बिलासपुर में पेट्रोल पंप पूरी तरह खुले रहे।
महाबंद का मिला-जुला असर
रायगढ़, कोरबा और जांजगीर में मिला-जुला असर रहा। जांजगीर में बंद को लेकर कांग्रेसियों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। अंबिकापुर, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में भी बाजार खुलने से पहले तक कांग्रेसी सड़क पर चहलकदमी करते देखे गए। 11 बजे के बाद बाजार सामान्य दिनों की तरह खुले रहे। जशपुर जिले में बंद का व्यापक असर रहा। दुर्ग में कुछ कांग्रेसी जीई रोड पर बैठकर उसे जाम करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया। धमतरी में पेट्रोल पम्प, मंडी, सब्जी मंडी में बंद का ज्यादा असर दिखा। जगदलपुर, कांकेर राजनांदगांव और कवर्धा में बंद का सामान्य असर रहा। कांग्रेसी सुबह बंद कराने निकले, लेकिन दोपहर तक दुकानों के शटर खुलने लगे थे।
बंद से परेशानी: पेट्रोल के लिए आम जनता तरसी और आवश्यक सामग्री के लिए लोग भटके
बंद से राहत: शैक्षणिक व स्वास्थ्य सुविधा चालू रहने से विद्यार्थियों और मरीजों को राहत, ऑटो-बस चलने से आम यात्रियों को नहीं हुई परेशानी