अनपरा (सोनभद्र): परिक्षेत्र में संचालित एक चिटफंड कंपनी द्वारा निर्धारित समय सीमा में भुगतान न करने व बार-बार आश्वासन पर भड़के अभिकर्ताओं व सैकड़ों निवेशकों ने शुक्रवार को अनपरा थाने के समक्ष धरना प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की।
निवेशकों ने आरोप लगाया कि 14 जून को पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि उनकी गाढ़ी कमाई का एक-एक पैसा उक्त कंपनी से दिलाया जायेगा, परन्तु 15 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से उक्त कंपनी के संचालकों के हौसले बुलंद है।
संचालकों द्वारा भारी मुनाफे का लालच देकर उन्हें भरोसे में लेते हुए अभिकर्ताओं के माध्यम से करोड़ों रुपये का निवेश कराया गया है। मुआवजा पाने वाले अनपरा परियोजना के विस्थापितों ने भी भारी मात्रा में निवेश किया है। भुगतान का समय आया तो टाल-मटोल की जा रही है तथा उन्हें दौड़ाया जा रहा है।
इस संदर्भ में गत 14 अप्रैल को भी कंपनी की निदेशक गोपा दास ने स्टांप पेपर पर लिखित आश्वासन दिया था कि दो माह के अंदर सभी का पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा। अनपरा थानाध्यक्ष शोभनाथ यादव ने भी 14 जून को निवेशकों की शिकायत पर कहा था कि कंपनी की निदेशक गोपा दास से बात हुई है वह कलकत्ता में प्रापर्टी में पैसा निवेश किया है जिसे बेचकर तीन जुलाई तक सभी की पाई-पाई का भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन तीन जुलाई को कंपनी की निदेशक गोपा दास अनपरा आयी ही नहीं जिससे निवेशकों के पैसे डूबने के आसार लग रहे है।
निवेशक कंपनी के निदेशक व संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे थे।
पुलिस ने धरना प्रदर्शन करने वाले निवेशकों को समझा बुझाकर शांत कराया तथा कहा कि उनकी शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी। निवेशक व अभिकर्ता विजय नारायण, लालजी, प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, लालजी प्रसाद कुशवाहा, गोपाल मंडल, पंकज कुमार, समय लाल कुशवाहा, धर्मेन्द्र गुप्ता, अयोध्या कुमार ¨सह, अविनाश पांडेय सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।