रायपुर - छत्तीसगढ़ विधानसभा में चिटफंड कंपनियों की धोखाधड़ी का मामला शुक्रवार को फिर जोरशोर से उठा। विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों ने शून्यकाल में यह मामला उठाया। कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश जनआंदोलन की चपेट में है। धोखाधड़ी से प्रताड़ित होकर हजारों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और विधानसभा का घेराव करने के लिए सड़क पर उतर आए हैं।
कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि पूरा प्रदेश जनआंदोलन की चपेट में है। कहीं सत्याग्रह हो रहा है तो कहीं चिटफंड कंपनियों की धोखाधड़ी के शिकार लोग विधानसभा घेरने को मजबूर हो रहे हैं। बूढ़ापारा से आंदोलन की शुरुआत हुई है। सरकार फैसला नहीं ले पा रही है और आंदोलन के कारण जनजीवन असामान्य हो गया है। विधायक भूपेश बघेल ने कहा कि धोखाधड़ी करने वाले सरकार के संरक्षण में खुले घूम रहे हैं। एजेंट आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार इस पर ठोस निर्णय लेकर कार्रवाई करे। विधायक धनेंद्र साहू ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में सात लोगों ने आत्महत्या की है। धोखाधड़ी से प्रताड़ित होकर हजारों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार इसका निराकरण करने और राहत देने कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।
विधायक मोतीलाल देवांगन ने कहा कि सरकार द्वारा स्पेशल सेल बनाकर जांच कराने की बात कही गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सदस्य बृहस्पत सिंह ने कहा कि चिटफंड कंपनियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए। सदस्य अरुण वोरा ने कहा कि चिटफंड का मामला गंभीर है, सरकार क्या कार्रवाई कर रही है? मरवाही विधायक अमित जोगी ने निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए सरकार द्वारा अलग से प्रावधान किए जाने का सुझाव दिया।
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