पंचकूला: चिटफंड घोटाले में आरोपी अशोक मित्तल, उनकी पत्नी चेतना मित्तल और बेटे अर्पित मित्तल अभी तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। अदालत से गिरफ्तारी वारंट निकलने के बाद भी आरोपी अशोक मित्तल दंपत्ति को ढूंढ नहीं पाई है। तीनों ने मिलकर लोगों को बेवकूफ बनाकर ठगी करते थे। किट्टी के नाम पर पंचकूला के बड़े व्यापारियों के करोड़ों रुपये ठगकर अब मित्तल दंपत्ति करके अंडरग्राउंड हो गई है। जिला एवं सत्र न्यायालय से चिटफंड घोटाले में आरोपी अशोक मित्तल, उनकी पत्नी चेतना मित्तल और बेटे अर्पित मित्तल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निकल चुके है। पंचकूला निवासी रामकुमार मित्तल, अजय अग्रवाल, शीश पाल, सुशील मित्तल, रोहित गोयल, संजय कुमार, विपिन गुप्ता, राजेंद्र कुमार गांधी, अनिल अग्रवाल, तरूण गर्ग, पुनीत तायल सहित अन्य की शिकायत पर मित्तल दंपत्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज है। रामकुमार मित्तल ने बताया कि अशोक मित्तल पिछले काफी समय से लोगों को अपने जाल में फंसाने में जुटा हुआ था। रामकुमार मित्तल की अशोक मित्तल से लगभग डेढ़ साल पहले सैर के दौरान दोस्ती हुई। अशोक मित्तल जब भी उनसे मिलता तो करोड़ों रुपये की किट्टी डालने की बातें लोगों से फोन पर करता था।
20 लोगों फंसाया था जाल में
रामकुमार को लगा कि अशोक मित्तल किट्टी चलाने का बड़ा व्यापारी है। ऐसे करते-करते उसने शहर के लगभग 15 से 20 लोगों को अपने जाल में फंसा लिया। फिलहाल 12 लोग ही सामने आए है। जिनकी रकम लगभग 8 करोड़ रुपये है। रामकुमार के मुताबिक अशोक मित्तल ने किट्टी के लिए चंडीगढ़ के नामी होटलों में लगभग 8 मीटिंगें की। इसके बाद वह लोगों को पैसा दबाकर बैठ गया।
पैसा मांगने पर लोगों को दी धमकी
कई बार लोगों ने उससे पैसा मांगा लेकिन वह उल्टा लोगों को धमकाने और झूठे केसों में फंसाने का दबाव बनाता था। रामकुमार मित्तल ने पुलिस से गुहार लगाई है कि जल्द ही आरोपी दंपत्ति को गिरफ्तार किया जाए, ताकि आरोपियों से ठगी का पैसा बरामद हो सके।
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