चिटफंड कंपनियों का कारोबार एक बार फिर इंदौर और उसके आसपास के क्षेत्रों में पनपने लगा है। पीड़ितों की शिकायतें फिर से जिला प्रशासन के पास पहुंची हैं। इस बार शिकायत जीएन गोल्ड कंपनी, रोज वैली रिसोर्ट एंड प्लांटेशन लिमिटेड और गुरु साईं रियल एस्टेट एंड एलाइड व एसजी इंडस्ट्रीज प्रोजेक्ट लिमिटेड के खिलाफ आई हैं। प्रशासन ने इन कंपनियों के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं। कलेक्टर के नाम जालमसिंह हिरवे और रामचरण मालवीय ने शिकायत की है कि जीएन गोल्ड कंपनी में करोड़ों रुपए जमा कराए हैं। चेक अब बाउंस हो रहे हैं।
एजेंटों के माध्यम से कंपनी ने जल्द राशि दोगुना होने और अधिक रिटर्न मिलने का वादा कर लोगों से राशि जमा कराई, बदले में पॉलिसी लेने वाले को जो चेक दिए गए थे, वे बाउंस हो रहे हैं। मनोरमा राठौर और दिलीप देवतलाव ने रोज वैली कंपनी द्वारा धोखाधड़ी करने की शिकायत की है। उन्होंने बताया वे इस कंपनी के लिए काम करते थे और निवेशकों से लाखों रुपए लेकर कंपनी के चेयरमैन गौतम कुंडू और एमडी शिवमय दत्त के कोलकाता स्थित बैंक खातों में जमा कराए, लेकिन अब जब राशि लौटाने की बात आई तो कंपनी दफ्तर बंद कर भाग चुकी है और यहां कोई भी नहीं है। कंपनी द्वारा हजारों निवेशकों के साथ धोखेबाजी की गई है। शांति वर्मा और मधुबाला जैन ने गुरु साईं कंपनी के खिलाफ शिकायत की है कि कंपनी ने 70 माह में राशि दोगुना करने के नाम पर कई लोगों से राशि निवेश कराई, लेकिन अब कंपनी एमजी रोड स्थित अपने दफ्तर को बंद कर भाग चुकी है और सभी निवेशकों के रुपए डूब गए हैं। कंपनी के एमडी संतोष देवसत हैं। यह कंपनी चिटफंड का काम करती थी।