अंबाला : चिटफंड कंपनी के नाम पर कई राज्यों के दर्जनों लोगों से दस करोड़ की ठगी के मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। शुक्रवार को छावनी के एसीपी आफिस में डेरा डालने वाले इन पीड़ितों ने जब शनिवार स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से गुहार लगाई तब एसीपी छावनी को केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए। देर शाम छावनी के महेशनगर पुलिस थाने में कानूनी प्रक्रिया अमल में लाई गई। इस मामले में कुछ लोगों को नामजद किया गया जबकि उनके साथ कुछ नामालूम लोगों को आरोपी बनाया गया।
जानकारी के अनुसार एन रेड्डी के बयानों पर एफआइआर दर्ज की गई। ठगी का शिकार हुए 28 लोगों को उनके साथ शिकायत में शामिल किया गया जबकि महेशनगर के ललित कुमार, पुष्प मोहन, सचिन शर्मा, वैभव शर्मा सहित करीब आठ लोगों को आरोपी बनाया गया। एसीपी सुरेश कौशिक ने कार्रवाई की पुष्टि की।
जानकारी के अनुसार अर्बन पुलिस से मिलने के बाद जब ठगी का शिकार हुए लोगों को रास्ता नहीं दिखाई दिया तो वे अनिल विज से मिले। विज ने तत्काल एसीपी को मामले में संज्ञान लेने का आदेश दिए। ध्यान रहे कि इस मामले में अंबाला की एक चिटफंड कंपनी ने लोगों को अत्याधिक लाभ देने का झांसा देकर लंबे समय के लिए निवेश करवा लिया। जब बांड की समयवधि पूरी हुई तो निवेशकों के पैसे देने तो दूर की बात, उल्टे उन्हें जान से मारने की धमकी देनी आरंभ कर दी। हालात ऐसे बने कि कुछ निवेशक बाद में एजेंट भी बने, उन्होंने भी कई लोगों के पैसे निवेश करवाए। छावनी पुलिस को बताया गया कि कंपनी की ठगी से तंग आकर कुछ लोग आत्महत्या कर चुके हैं। एसीपी कौशिक के मुताबिक छानबीन की जा रही है, जो कानूनी कार्रवाई बनती है, अमल में लाई जाएगी।