हजारीबाग: दो सौ करोड़ से अधिक रुपये लेकर चंपत चिट फंड कंपनी वारिश गु्रप एंड फायनांस झारखंड जोन के प्रभारी सहित दो लोग पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। दोनो की गिरफ्तारी गुप्त सूचना के आधार पर हुई। एसपी अखिलेश झा के निर्देश पर नीलांबर पीतांबर चौक के समीप एएसपी नक्सल अभियान कुलदीप कुमार ने इन्हें गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों में जोनल मैनेजर मो. रफीक अंसारी रामगढ़ तथा मो. साबिर स्टेट व्यवस्था प्रमुख शामिल हैं। पुलिस इनके पास से दो मोटरसाइकिलें भी बरामद की हैं। गिरफ्तार लोगों को मौके पर पहुंचे लोहसिंघना थाना प्रभारी ने सदर थाना में रखकर पूछताछ कर रहे है। दोनों पर हजारीबाग में दो नामजद प्राथमिकी के अलावा रामगढ़ व रांची में भी गबन का मामला दर्ज है। पुलिस रिकार्ड में दोनों वर्ष 2013 से फरार चल रहे थे।
जानकारी के मुताबिक कोलकाता के रहने वाले मो. शाने इसके मालिक है। देश के विभिन्न राज्यों में यह कंपनी अपने अन्य विभिन्न नामों से कई बचत योजनाएं चलाती थी। झारखंड में इसकी 17 शाखाएं तथा आधा दर्जन कंपनी संचालित थीं। वर्ष 2013 जून से अपने कारोबार को समेट कर यह कंपनी व उनके सहयोगी फरार है। बताया जाता है कि कंपनी के नाम से रामगढ़ में करोड़ों रुपये की जमीन, आलीशान बंग्ला व कई वाहन हैं। जो जोनल मैनेजर के रफिक अपने नाम करवा लिया है। चिंट फंड कपंनी का मामला निगरानी में चल रहा है। इसके कई एजेंट इस मामले में जेल जा चुके हैं।
See Also: फर्जी चिटफंड कंपनियों के संचालक पकड़ से बाहर, छोटे एजेंट फंस रहे