Chit fund company's 292 acres attached, sealed 15 accounts
Admin | 07 March, 2016 | 1327 | 3980
रायपुर /राजनांदगांव.चिटफंड कंपनियों के खिलाफ प्रदेश में नया कानून लागू होने के बाद पहली बड़ी सख्त कार्रवाई राजनांदगांव में की गई है। वहां के जिला प्रशासन ने कुछ अरसा पहले लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी कर भागी यालको कंपनी की 292 एकड़ जमीन कुर्क कर ली है। इस कंपनी के 15 अकाउंट सील करने के लिए संबंधित बैंकों को पत्र भी लिख दिया गया है।
राजधानी में भी पुलिस-प्रशासन ने फरार कंपनियों पर शिकंजा कस दिया है। यहां भी दर्जनभर से ज्यादा कंपनियों की संपत्ति की सूची बना ली गई है, जिसे अदालती प्रक्रिया के जरिये कुर्क कर लिया जाएगा।
राजधानी और राजनांदगांव के अलावा प्रदेशभर में यालको कंपनी में 10 हजार से अधिक लोगों ने पैसे जमा किए थे। मैच्योरिटी के बाद भी उन्हें रकम नहीं लौटाई गई। बड़ी संख्या में शिकायतें आने पर पुलिस और प्रशासन ने ये कार्रवाई की है।
यालको कंपनी के डायरेक्टर प्रेमलाल देवांगन और ममता देवांगन पर बसंतपुर थाना में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
चार दिन पहले ही पुलिस ने दोनों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है। गौरतलब है, नए नियमों के तहत इन मामलों में कलेक्टर को कार्रवाई का अधिकार दिया गया है।
12 करोड़ आंकी गई जमीन की कीमत
अफसरों के अनुसार कंपनी में करीब 10 हजार लोगों ने 5 हजार से 10 लाख रुपए तक निवेश किया है। कंपनी की कुर्क की गई 292 एकड़ जमीन की कीमत 12 करोड़ 13 लाख रुपए आंकी गई है। बाकी प्राॅपर्टी का ब्योरा निकाला जा रहा है।
छापे की कार्रवाई से पहले ही लगे ताले
यालको कंपनी ने राजनांदगांव के अलावा रायपुर, धमतरी और भी कई जिलों में अपना कारोबार फैला रखा था। कंपनी ने शुरुआत राजधानी में लालपुर स्थित एक कांप्लेक्स से की थी। वहां पुलिस ने छापा मारा तो कंपनी ने न्यू राजेंद्र नगर में नया ऑफिस खोला।
दैनिक भास्कर ने इस बात का खुलासा किया तो वहां राजेंद्र नगर थाने की पुलिस जांच करने पहुंच गई, लेकिन कर्मचारी वहां भी ताला लगाकर भाग गए।
इस कंपनी के साथ ही राजधानी पुलिस ने आधा दर्जन चिटफंड और फायनेंस कंपनियों की जांच के लिए छापामार कार्रवाई शुरू कर दी है।
राजधानी में संपत्ति नीलामी का प्रस्ताव
चिटफंड मामले में सख्त रवैया अपनाते हुए रायपुर एसपी ने दो दर्जन से ज्यादा चिटफंड कंपनियों के संपत्ति का ब्योरा कलेक्टर को भेज दिया है।
कलेक्टर ने एसपी के प्रस्ताव पर कंपनियों की संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। प्रापर्टी नीलाम करने का आदेश अदालत से जारी होगा। कलेक्टर रायपुर ने बताया कि कुछ कंपनियों के केस जल्द अदालत में पेश कर दिए जाएंगे।