जबलपुर। जीवनभर की जमापूंजी खाकर भागी चिटफंड कंपनी की शिकायत करने पहुंचे निवेशकों को मदनमहल थाने से भगा दिया गया। उक्ताशय का आरोप लगाते हुए पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने एडरोबेल एग्रोटेक लिमिटेड नामक कंपनी में अपनी मेहनत की कमाई जमा की, किंतु उनकी जमाराशि वापसी के पहले ही कंपनी रफूचक्कर हो गई। इसकी शिकायत लेकर वे थाने पहुंचे, किंतु उनका पक्ष नहीं सुना गया। हालांकि बाद में थाना प्रभारी मधुर पटैरिया के निर्देश पर शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए गए।
पीड़ित निवेशक सुरेश सावित्री साकेत, केके मिश्रा, अवधेश सिंह यादव, राजकुमार पटेल, विमल चौधरी, राजेश हुंकारे आदि ने बताया कि प्रदेश टुडे के 19 जून के अंक में ‘लाखों लेकर भागी चिटफंड कंपनी’ नामक शीर्षक से प्रकाशित खबर के आधार पर वे मदनमहल थाने पहुंचे थे। उन्होंने अपनी जीवन भर की कमाई कंपनी में निवेश करने के प्रमाण भी प्रस्तुत किए, लेकिन उनका पक्ष सुने बिना अपने-अपने थाना क्षेत्रों में शिकायत करने कह दिया गया, जबकि कंपनी का दफ्तर होमसाइंस कॉलेज के सामने डॉ. रवि अग्रवाल की गली में द्वारका सदन में संचालित था। तागड़े को दे रहे संरक्षण निवेशकों ने यह आरोप भी लगाया है कि कंपनी का कर्मचारी सिंधी कैंप निवासी सुरेश तागड़े का आवेदन मदनमहल थाने ने ले लिया है। तागड़े ने अपनी सफाई में स्वयं को कंपनी का कर्मचारी बताते हुए लेनदेन में अपने आप को निर्दोष बताया है ।
इस मामले की जांच कराई जा रही है, चूंकि कुछ निवेशक ग्वारीघाट व कुछ गढ़ा क्षेत्र के भी हैं तो संबधित थानों से जानकारी मांगी गई है। शिकायतकर्ताओं के बयान भी हमने दर्ज किए हैं। संबधित थानों से जानकारी प्राप्त हो जाए तभी कुछ कहा जा सकता है। मधुर पटैरिया थाना प्रभारी, मदनमहल