Chit fund company in the police raiding the office, agents arrested 12 confidential meeting
Admin | 05 January, 2016 | 975 | 3980
रायपुर। प्रदेश के लोगों से करीब 20 करोड़ की ठगी करने वाली देवयानी चिटफंड कंपनी के 12 एजेंटों को रविवार को राजधानी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एंजेंटों की बैठक की खबर पर सीएसपी संजय ध्रुव के नेतृत्व में तेलीबांधा पुलिस ने ऐश्वर्या रेसीडेंसी में दबिश देकर कंपनी के 12 एजेंटों को गिरफ्तार किया है।
सीएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि देवयानी प्रॉपर्टीज लिमिटेड के 12 एजेंट तेलीबांधा के निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स ऐश्वर्या रेसीडेंसी में गोपनीय रूप से बैठक कर रहे थे। मुखबिर की सूचना पर वहां दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार किया गया और उनसे कंपनी में निवेश के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। कंपनी और एजेंटों के खिलाफ करीब आधा दर्जन महिलाओं ने लिखित में शिकायत की है। इस कंपनी ने गांव-गांव में जाकर लोगों को एजेंट बनाया है। एजेंटों को प्रति व्यक्ति के पीछे 20 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। एजेंटों ने पांच साल में दोगुना पैसा देने का झांसा देकर अपने ही रिश्तेदारों से निवेश कराया। पिछले पांच साल से कंपनी प्रदेश में काम कर रही है। इसमें लोगों ने करोड़ों रुपए निवेश किए हैं। मैच्योरिटी डेट आने के बाद भी लोगों को पैसे वापस नहीं दिए जा रहे हैं।

एजेंटों का फंसा लाखों रुपए
पुलिस ने जिन 12 एजेंटों को बैठाया है। उनके भी लाखों रुपए कंपनी में फंसे है। वे भी दूसरे लोगों के माध्यम से कंपनी से जुड़े है। किसी ने आज तक कंपनी के मालिक या मैनेजर को नहीं देखा है। सभी अपने रिश्तेदार और परिचितों के माध्यम से कंपनी से जुड़े है। कंपनी के ओर से सभी को बांड पेपर दिया गया है। जो उनके पैसा जमा करने का प्रमाण है।
पैसा को लेकर रोज हो रहा विवाद
मीना बाई ने बताया कि उन्होंने पिरदा गांव के 25 लोगों के 7 लाख कंपनी में जमा किए हैं। पैसा जमा करने वाले लोग रोज घर आते है। पैसा वापस दिलाने के लिए दबाव बना रहे है। इसी बात को लेकर रोज विवाद होता है। उनका खुद पैसा फंसा है। अब वे लोगों को पैसा कैसे वापस करें। उनके पास खुद पैसा नहीं है। घर में खाने के लाले हैं।
प्रदेश में 20 करोड़ से ज्यादा का निवेश
पुलिस अफसरों ने बताया कि पूरे प्रदेश में कंपनी में 20 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ है। कंपनी के डायरेक्टर को पुलिस ने नोटिस जारी किया है। 20 बिंदुओं में जवाब मांगा गया है। कंपनी में निवेश करने वाले ज्यादातर लोग ग्रामीण हैं। सीएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। मालिक के नाम से एफआईआर किया जाएगा। एजेंट की संलिप्तता पाए जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।