नालंदा। नालंदा पुलिस ने जीवन दीप नामक नन बैं¨कग कंपनी में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। पिछले दो वर्षों में नन बैं¨कग कंपनी ने फर्जीवाड़ा कर सैकड़ों ग्राहकों को करीब 12 करोड़ का चूना लगा चुका है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार की देर शाम मार्के¨टग हेड चौधरी ब्रजकिशोर को रामचन्द्रपुर स्थित उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया है। चौधरी की गिरफ्तारी ग्राहकों की शिकायत पर की गई। लहेरी थानाध्यक्ष राजेश रंजन ने बताया कि निजी स्कूल व सर्फ फैक्ट्री की आड़ में यहां फर्जीवाड़े का गोरखधंधा किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि रामचन्द्रपुर स्थित औद्योगिक परिसर में पिछले दो वर्षों से जीवन दीप नामक नन बैं¨कग चल रहा था। यह चिटफंड बैंक लोगों को कम समय में लुभावने स्कीम का प्रलोभन देकर ग्राहकों से मासिक डिपोजिट करा रहा था। उन्होंने बताया कि कुछ ग्राहक अपने समय सीमा समाप्त होने पर मैच्यूरिटी लेने पहुंचे, तो उन्हें बरगला कर टाल-मटोल किया जा रहा था। काफी आरजू विनती के बाद भी जब ग्राहकों के रुपये नहीं लौटाए गए, तो लोगों को फर्जीवाड़े का शक हुआ। इसके बाद ग्राहकों ने लहेरी थाने में इसकी शिकायत की।
ग्राहकों के शिकायत पर हरकत में आई पुलिस
ग्राहकों की शिकायत मिलते ही लहेरी पुलिस हरकत में आ गई। शिकायत के आलोक में पुलिस ने सभी बिन्दुओं पर जांच की। जिसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की बात सामने आई। तत्पश्चात पुलिस ने टीम गठित कर उसके कार्यालय पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान दो महिला कर्मी बीना कुमारी व विन्नी कुमारी उपस्थित थीं। पुलिस ने दोनों महिलाओं से चिटफंड कंपनी के संचालक के बारे में जानकारी ली। महिलाओं को भरोसे में लेकर मार्के¨टग हेड चौधरी ब्रजकिशोर कुमार को बुलाया गया। इसके बाद उसे हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की गई। पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि आरबीआई से टायअप होने की बात कहीं।
हरियाणा की चिटफंड कंपनी नांलदा में थी सक्रिय
पूछताछ के बाद हरियाणा के करनाल के तरुण सेठ के इशारे पर इस कंपनी का संचालन हो रहा था। पुलिस इसकी गिरफ्तारी को छापेमारी शुरू कर दी है। बरामद किए गए दस्तावेजों से यह प्रमाणित नहीं हो पाया। यहीं नहीं छापेमारी के क्रम में कई अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए, जिसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा की बात सामने आई। पुलिस ने छापेमारी के दौरान 70 पीस रसीद के अलावा विभिन्न एजेंटों की कमीशन से संबंधित पेपर भी बरामद किया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि एक माह में 1131 ग्राहक से 52 लाख 42 हजार 375 रुपये चिटफंड में रुपये जमा कराए गए थे। मौके पर से 19 हजार 8 सौ रुपये भी जब्त किए गए।
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