ग्वालियर। चिटफंड कंपनियों में लाखों रुपए निवेश करके फंस चुके आम लोग अब अपने पैसे की रिकवरी के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। कलेक्टर की जन सुनवाई में मंगलवार को एक दर्जन से अधिक लोग दो अलग-अलग चिटफंड कंपनियों की शिकायत लेकर पहुंचे। सन इंडिया रियल एस्टेट और एनजीजी मार्केटिंग इंडिया लिमिटेड में पैसा लगाने वाले लोगों का कहना था कि इन कंपनियों ने निर्धारित अवधि तक पैसा जमा करने पर दो से तीन गुना रिटर्न देने का झांसा दिया था।
इनके झांसे में आने पर किसी ने 2 लाख तो किसी ने 11 लाख रुपए तक जमा करा दिए। अब जब पॉलिसी पूरी हो गई तो पैसा वापस करने के बजाय इनके कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी चलाने वाले गायब हैं। दफ्तर, ऑफिस सब सील हैं। चेक बाउंस हो रहे हैं। इस मामले में एडीएम शिवराज वर्मा को जांच के निर्देश मिले हैं।
कलेक्ट्रेट गेट पर फिर शुरू हुआ धरना -
आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी अमरनाथ सिंह की शिकायत लेकर पहुंचे एससी-एसटी छात्रों की सुनवाई न होने पर वे कलेक्ट्रेट गेट पर ही धरने पर बैठ गए। छात्रों का कहना था कि एससी-एसटी छात्रावासों में अधीक्षक का प्रभार सामान्य वर्ग के शिक्षक और शिक्षिकाओं को दे रखा है, जबकि प्रावधान एससी-एसटी शिक्षकों को प्रभार देने का है।
27 लोगों के आधार पंजीयन हुए -
जन सुनवाई के दौरान आम लोगों के आधार पंजीयन भी किए गए। जन सुनवाई के साथ-साथ लगाए गए शिविर में मंगलवार को कुल 27 लोगों के आधार भी पंजीयन कराए गए।
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