इन थानों में कंपनियों के खिलाफ जुर्म दर्ज दावे के अनुरूप जब पैसा नहीं मिला तो की शिकायत
बुधवार को श्री सांई प्रसाद प्रापर्टी डेवलपमेंट लिमिटेड चिटफंड कंपनी के मुख्य संचालक बाला साहेब भापकर को दल्लीराजहरा पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। जहां मजिस्ट्रेट ने उन्हें 14 दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया।
मुख्य आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद ठगी के शिकार लोगों में उम्मीद जगी है कि उन्हें नए साल में पैसा मिल जाएगा। मंगलवार को आरोपी ने भी पुलिस को जानकारी दी थी कि वह सभी प्रापर्टी बेचेगा, तब लोगों को पैसा मिल पाएगा। लंबे समय से बालोद पुलिस भापकर की तलाश कर रही थी। सितंबर से कंपनी की सह संचालिका वंदना भापकर जेल में है।
कंपनियों पर एफआईआर: चिटफंड कंपनियों ने जिले से करीब 1000 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने का अंदेशा है। कंपनी के खिलाफ एक साल में जिले के पुलिस थाना में आठ कंपनियों के खिलाफ जुर्म दर्ज है तथा पुलिस प्रापर्टी की कुंडली तैयार करने में पुलिस लगी है। राज्य सरकार ने में चिटफंड कंपनियों के ठगी के शिकार लोगों को राहत देने के लिए नया कानून लागू किया है। इसी कानून से कंपनियों की प्रापर्टी राजसात कर पीड़तों की रकम लौटाएंगे।
चिटफंड कंपनियों पर लगातार कार्रवाई कर रहे है। शिकायत के आधार पर आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। बुधवार को सांई प्रसाद प्रापर्टी लिमिटेड चिटफंड कंपनी के मुख्य संचालक को कोर्ट में पेश किया गया। जिसे 14 दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। पीड़ितों को पैसा दिलाने के लिए उच्च अधिकारी प्रयास कर रहे है। अफसरों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई करेंगे। बीआर नाग, टीआई
जिले के बालोद ओर दल्लीराजहरा थाना में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज है। अधिकतर केस के आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं। प्रभावितों को पैसा मिलें, इसके लिए प्रयास जारी है। बुधवार को सांई प्रसाद प्रापर्टी डेवलपमेंट चिटफंड के संचालक बाबा साहेब भापकर को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। गायत्री सिंह, एएसपी बालोद
दल्लीराजहरा थाना में सितंबर में सांई प्रसाद प्रापर्टी डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। संचालक वंदना और बाला साहेब भापकर जेल में है। शशांक भास्कर की तलाश कर रही है। अगस्त में एपीजी लैंड डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड के संचालक राकेश आनंद, रामकुमार बनर्जी, डाली बनर्जी को गिरफ्तार किया। सितंबर में जेएसबी रियल इंफ्रा. इंडिया लिमिटेड के संचालक कन्हैया लाल ओझा, धनेश कुमार निषाद, हीरासिंह यादव को गिरफ्तार किया गया। अगस्त में यालको सेविंग एंड क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के संचालक प्रेमलाल दिवाकर को गिरफ्तार किया गया। नवंबर में उन्नति ब्रीडिंग एंड रिडिंग फार्मर्स इंडिया लिमिटेड, उन्नति रियल स्टेट वेनचर प्राइवेट लिमिटेड के संचालक बिरेन्द्र कुमार ध्रुव, दुलेश्वर कुमार यादव, सुखराम यादव, विकास कौशिक को गिरफ्तार किया गया। नवंबर में ही यूजर लाइट रियलकोन इंस्ट्राफक्चर लिमिटेड के सीएमडी आरोपी विप्लव कुमार डे को कोहिमा नागालैंड से गिरफ्तार किया गया। बालोद थाना अंतर्गत अगस्त में दिव्यानी प्रापर्टी लिमिटेड के डायरेक्टर शिवलाल राज सूर्यवंशी को गिरफ्तार किया। दिसंबर में बीएनजी ग्लोबल इंडिया डायरेक्टर सचिन डामोर को गिरफ्तार किया गया।
20 हजार से अधिक को पैसे का इंतजार
ठगी का शिकार हुए 20 हजार से अधिक लोगों को अपने पैसे मिलने का इंतजार है। लुभावनी स्कीम में आकर फंसते चले गए और जब मामला दर्ज हुआ तो कंपनियों के संचालक बोरिया बिस्तर बांधकर फरार होते गए। पुलिस में एफआईआर होने के बाद सभी केस में आरोपियों को पकड़ा गया। 20 हजार से अधिक लोग का पैसा फसा है।
न्यायालय में मामले की चल रही सुनवाई
पुलिस अफसरों के अनुसार आरोपी को पकड़ने के साथ प्रभावितों को पैसा दिलाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा कोई भी पीड़ित अपने पैसा के लिए उपभोक्ता फोरम, सिविल कोर्ट, रजिस्ट्रेशन ऑफ कंपनी और सेबी से शिकायत कर सकती है। ये एजेंसियां लोगों को पैसा देने में मदद करती है। इसके अलावा पीड़ित पक्ष जिस न्यायालय में मामले की सुनवाई चल रही है।
पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा कंपनियां लांच
जिले में पिछले पांच साल के दौरान कई लुभावने स्कीम लेकर अलग-अलग समय में सबसे ज्यादा कंपनियां लांच हुई। पांच साल में ही कंपनियों ने लोगों से पैसे वसूले। इस साल जब रकम दोगुना नहीं हुआ, तब प्रभावितों ने शिकायत की। इन कंपनियों ने कम समय में रकम दोगुनी व किसी कंपनी ने सस्ते कीमत पर जमीन-फ्लैट देने का लालच देकर लोगों को फंसाया।
See Also: साईं चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर ने कहा - मेरी पूरी संपत्ति ले लो पर मेरे बच्चे को छोड़ दो