चुरमुरा स्थित चिटफंड कंपनी के हेड ऑफिस में हरियाणा के एक एजेंट ने फांसी लगा कर जान दे दी। उसने सुसाइड नोट में कंपनी पर करोड़ों रुपये का बकाया होने की बात कही है। मृतक के मौसेरे भाई की तहरीर पर कंपनी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
चिटफंड कंपनी ने एजेंटों के जरिए हरियाणा के लोगों को तीन साल में रकम दोगुनी करने का लालच देकर करीब 15 करोड़ रुपये जमा कराए गए थे। रेवाड़ी के अभय (60) ने भी करीब 200 से ज्यादा लोगों का पांच करोड़ रुपया जमा कराया था। कंपनी को गर्त में जाते देख अभय ने प्रबंधक जेएस राणा से संपर्क साधा। उसे 16 मार्च को उसे कार्यालय बुलाया था।
तय समय पर अभय पहुंच गए, लेकिन वहां कोई जिम्मेदार अफसर नहीं मिला। शनिवार रात अभय कार्यालय के ऊपर बने कमरे में सो गया। रविवार सुबह उसका शव मशीन के तार के सहारे कमरे में झूलता मिला। संस्थान में आत्महत्या की खबर पर वहां मौजूद कर्मचारी भाग खडे़ हुए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के परिजन भी सूचना पर वहां पहुंच गए। पुलिस के ढुलमुल रवैया देख परिजन शव फरह थाने में रखकर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने पर अड़ गए।
एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी ने बताया कि मृतक के मौसेरे भाई राकेश की तहरीर पर कंपनी के प्रबंधक जेएस राणा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सुसाइट नोट में चिटफंड कंपनी कल्पतरु का नाम लिखा था। कौन दोषी है इसकी कार्रवाई जांच के बाद की जाएगी।
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