कोरबा - निवेशकों की गाढ़ी कमाई लुटने वाली एक और चिटफंड कंपनी बीएन गोल्ड के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। दो और चिटफंड कंपनियों के खिलाफ देर शाम तक केस दर्ज होने की संभावना है। चिटफंड कंपनी जांच के नोडल अधिकारी सीएसपी दौलतराम पोर्ते ने बताया कि बीएन गोल्ड रियल स्टेट एंड एलाइड लिमिटेड के खिलाफ कुसमुंडा थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। इसमें कंपनी के डायरेक्टर गुरुविंदर सिंह संधु, आशीष कुमार गुप्ता, अनिल शर्मा, मुनिनदर लिखरे और सचिन दामोर को आरोपी बनाया गया है। उनके खिलाफ धारा 420/34 मनी सर्कुलेशन एक्ट की धारा 4, 5, 6 और निक्षेपकों से छत्तीसगढ़ के हितों का संरक्षण अधिनियम की धारा 10 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। कंपनी का एक डायरेक्टर सचिन पहले से बालौद की जेल में बंद है। अन्य आरोपी तलाश की है। मिला था जमीन का मुआवजा ग्राम बामहनपाट निवासी सुमन केंवट की जमीन एसईसीएल ने कोयला खदान के लिए अधिग्रहित की थी। इसके बदल सुमन को मुआवजा मिला था। सुमन से बीएन गोल्ड के डायरेक्टर ने समपर्क किया। पांच साल में दोगुना राशि लौटाने का आश्वसन दिया। साल 2010 में सुमन ने दो लाख 56 हजार 250 रुपए कंपनी में निवेश किया। वर्ष 2015 में बांड की मिच्यूटी पूरी हुई, लेकिन कंपनी ने राशि लौटाने से इनकार कर दिया। निवेशक ने धोखाधड़ी की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। लगभग चार करोड़ की ठगी सुमन जैसे सौकड़ों निवेशक कंपनी के मायाजाल में फंसकर गाढ़ी कमाई गवां चुके हैं। पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ठगी लगभग चार करोड़ रुपए की है। ठगी के शिकार निवेशकों से पुलिस ने थाने में शिकायत करने की अपील है।