ग्वालियर। चिटफंड कंपनियों के खिलाफ पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई कहां तक पहुंची। कितने निवेशकों का पैसा अब तक वापस दिलाने में जिला प्रशासन कामयाब हो सका, इसकी नए सिरे से कलेक्टर डॉ.संजय गोयल समीक्षा करेंगे। इस संबंध में उन्होंने जिले में संचालित रही चिटफंड कंपनियों और उनके खिलाफ अब तक हुई कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है। कलेक्टर कई चिटफंड कंपनियों के खिलाफ चल रही जांच जल्द पूरी कर चालान पेश करने के लिए एसपी को पत्र लिखेंगे।
अब तक जिला प्रशासन निवेशकों का पैसा दिलाने में बहुत कामयाब नहीं रहा है। सिर्फ परिवार डेयरी के ही 19 हजार निवेशकों में से सिर्फ चार से पांच हजार निवेशकों को ही अपना पैसा वापस मिल पाया है। इसके अलावा अब तक सिर्फ 13 चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क की जा सकी है और 14 के खिलाफ जांच पूरी कर चालान पेश करा सके हैं। दूसरी ओर पुलिस की ओर से भी कई चिटफंड कंपनियों के खिलाफ जांच पूरी करने में ढिलाई बरती जा रही है। सूत्रों के अनुसार कई कंपनियों के संचालकों के खिलाफ पुलिस धारा 173(8) की आड़ में सिर्फ जांच करने की नौटंकी कर रही है। कई कंपनियों के संचालक फरारी काट रहे हैं, लेकिन उन्हें गिरफ्तार करने पुलिस गंभीरता से जांच नहीं कर रही है। कुल मिलाकर वर्ष 2011-12 से शुरू हुई चिटफंड कंपनियों पर लगाम लगाने की मुहिम फिलहाल पटरी से उतरी हुई है।
वर्जन
चिटफंड कंपनियों के खिलाफ चल रही जांच व कार्रवाई की समीक्षा करेंगे। समय पर जांच पूरी करने व चालान पेश करने को लेकर एसपी से चर्चा भी करेंगे। - डॉ.संजय गोयल, कलेक्टर, ग्वालियर
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