छिंदवाड़ा: ईएलसी चौक स्थित साईंप्रकाश चिटफंड कम्पनी ने निवेशक के आठ लाख सात हजार रुपए डकार लिए। दस से अधिक कम्पनी कार्यालय के चक्कर लगाने के बाद भी रुपए नहीं मिलने पर निवेशक ने मंगलवार को कोतवाली थाने में साईं प्रकाश कम्पनी के खिलाफ शिकायत देकर रुपए दिलाने की मांग की। चौरई थाना क्षेत्र के ग्राम देवरीकला निवासी प्रेमा बाई पति महेश धुर्वे को साईंप्रकाश चिटफंड कम्पनी के चार एजेंटों ने दोगुने रुपए करने का झांसा दिया था। प्रेमा बाई धुर्वे ने दोगुने रुपए के लालच में आकर 7 अप्रैल 2014 को आठ लाख सात हजार रुपए कम्पनी में जमा कर दिए। कम्पनी से उन्हें जमा राशि की रसीद भी दी गई है। निवेशक लगातार ईएलसी चौक स्थित साईंप्रकाश चिटफंड कम्पनी के कार्यालय में रुपए लेने पहुंच रही, लेकिन उसे रुपए नहीं दिए जा रहे हैं। चिटफंड कम्पनी साईं प्रसाद ग्रुप ऑफ कम्पनीज पर निवेशकों ने राशि नहीं लौटाने के आरोप लगाए हं। पुलिस को भी शिकायत की गई है। परासिया पुलिस ने मंगलवार को साईं प्रसाद के स्थानीय एजेंट जित्तू जैन से पूछताछ की। कम्पनी मैनेजर अभिनव सिंह उर्फ पप्पू को भी पूछताछ के लिए तलब किया है। परासिया के वार्ड क्रमांक 16 निवासी पिंटू डेहरिया ने कम्पनी में पिताजी के नाम से पांच लाख 15 हजार रुपए जमा करवाए थे। उक्त राशि की उन्हें जरूरत है। उनके पिता को लकवा है। उपचार के लिए राशि की आवश्यक्ता है, लेकिन कम्पनी राशि लौटाने में लगातार हीलाहवाली कर रही है। उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत की। पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर जित्तू जैन को पूछताछ के लिए तलब किया।
अधिकारी लौटाएंगे राशि
पूछताछ में जित्तू जैन ने एसडीओपी से कहा कि राशि अधिकारी लौटाएंगे। उन्होंने कम्पनी के छिंदवाड़ा के अधिकारी भोपाल, जबलपुर के जोनल मैनेजर और पुणे के नम्बर पुलिस को दिए। एसडीओपी और टीआई ने इस जांच में कम्पनी के मैनेजर अभिनव सिंह से फोन पर पूछताछ की। प्रेमा बाई ने बताया कि देवरीकला निवासी सुरेश डेहरिया, रामनारायण वर्मा, रामेश्वर बंदेवार और रामकृष्ण उइके ने उसे आठ लाख सात हजार रुपए जमा करने पर तीन साल में सोलह लाख चौदह हजार रुपए देने की बात कही थी। महिला ने एक ही दिन में वर्षों की जमा पूंजी आठ लाख सात हजार रुपए नकद जमा कर दिए। मकान का निर्माण शुरू करने पर वह जमा राशि ही लेने कम्पनी के दफ्तर पहुंची तो उसे कर्मचारियों ने राशि लौटाने से इनकार कर दिया