सोनीपत: शहर के सेक्टर-23 में चिटफंड (कमेटी) के फेर में फंसकर करोड़ों रुपये गंवाने वाले लोगों ने पुलिस पर ठोस कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मामले की जांच सीबीआइ से करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा उनका संघर्ष जारी रहेगा।
शहर के सेक्टर-23 में कमेटी के फेर में फंसकर अक्टूबर, 2014 में एक परिवार के तीन सदस्यों ने आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद कमेटी का मामला प्रकाश में आया। इस मामले में पुलिस ने पांच महिलाओं के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का भी मामला दर्ज किया था, जिसमें पुलिस किसी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी। इसके बाद तो सैकड़ों लोग सामने आए और कमेटी में अपने साथ ही हुई लाखों रुपयों की ठगी की शिकायत दर्ज करवाई। 27 दिन पहले मामले को लेकर सत्याग्रह शुरू किया गया था। पीड़ितों का आरोप है कि कमेटी के नाम पर करोड़ों फंसने के बाद से कई परिवारों का जीवन बर्बाद होने की कगार पर पहुंच चुका है। उसके बावजूद पुलिस व प्रशासन मामले को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि उनका विश्वास पुलिस ने उठ चुका है। वह चाहते हैं कि मामले की जांच सीबीआइ की तरफ से की जाए। तभी मामले की सचाई सामने आ सकती है। उन्होंने सरकार से इस मामले को संज्ञान लेने की मांग की है।