केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सारदा चिटफंड घोटाले की अपनी जांच के सिलसिले में असम के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विश्व शर्मा से पूछताछ की। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि शर्मा से कोलकाता के सीजीओ परिसर में संयुक्त निदेशक राजीव सिंह की अगुवाई वाले विशेष जांच दल के सामने पेश होने को कहा गया था।
सूत्रों के अनुसार शर्मा आज सुबह विशेष जांच दल के सामने पहुंचे। उनसे सारदा ग्रप के प्रमुख सुदीप्त सेन से उनकी कथित नजदीकी में बारे पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी उनसे असम में सारदा को अपना नेटवर्क फैलाने देने में उनकी कथित भूमिका तथा इस पोंजी कंपनी की व्यापारिक गतिविधियों में उनकी संलिप्तता के बारे में भी पूछताछ कर सकती है।
शर्मा वर्ष 2001 से असम की तरूण गोगोई सरकार में एक प्रभावशाली मंत्री थे लेकिन जब उन्होंने गोगोई को हटाने की ही मुहिम छेड़ दी तो मुख्यमंत्री ने उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया।
सीबीआई ने पूर्व मंत्री अंजन दत्ता और गायक सदानंद गोगोई समेत उनके परिसरों की तलाशी ली थी। अंजन दत्ता से हाल ही में पूछताछ की गयी थी जबकि सदानंद गोगोई को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। सारदा समूह के विरुद्ध चार प्राथमिकियां दर्ज हैं जिनमें कंपनी के अधिकारियों और उनके साथियों पर हजारों निवेशकों को चूना लगाने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा ओड़िशा में पोंजी कंपनियों के विरूद्ध 44 प्राथमिकियां दर्ज हैं।
उच्चतम न्यायालय ने सारदा चिटफंड घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी थी और राज्य सरकारों से सीबीआई के जांच दल को जरूरी मदद करने को कहा था। सीबीआई ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) तथा आरबीआई की भूमिका की जांच के लिए संयुक्त निदेशक राजीव सिंह की अगुवाई में विशेष जांच दल गठित किया है।