#दुर्ग #छत्तीसगढ़ छुरिया थाना क्षेत्र के नारायणगढ़ में एक बार फिर एक ग्रामीण चिटफंड कम्पनी का शिकार हुआ है. उसने चिटफंड कंपनी पर भरोसा कर अपनी जीवनभर की कमाई जमा करा दी थी, लेकिन अब वह अपने ही पैसों को पाने के लिए भटक रहा है.
चिटफंड कम्पनी ने पैसे डबल करने का झांसा देकर धनीराम से पांच साल पहले डेढ़ लाख रुपए 75-75 हजार रुपए की दो किस्तों में जमा करवाए थे. धनीराम को कहा गया था कि पैसे पांच साल में डबल हो जाएंगे. इस पर भरोसा कर धनीराम ने डेढ़ लाख रुपए जमा कर दिए थे.
जब पांच साल पूरे हो गए तो धनीराम यालको ग्रुप कम्पनी पहुंचा. वहां उसे अपने डेढ़ लाख के दोगुने पैसे मिलना तो दूर, मूल रकम भी नहीं दी गई. इसके बाद से वह अपनी मेहनत की कमाई को पाने के लिए लगातार चक्कर काट रहा है.
परेशान होकर धनीराम पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और अपनी शिकायत दर्ज कराई. इस मामले में कानूनी पेंच यह है कि चिटफंड कम्पनी ने अपने बचाव के लिए धनीराम से पहले ही कुछ दस्तावेज साइन करवा लिए थे. ये दस्तावेज अंग्रेजी में होने के कारण धनीराम समझ नहीं पाया कि आखिर इनमें लिखा क्या है.
इधर, इन दस्तावेजों के कारण पुलिस कानूनन चिटफंड कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकती, उसके हाथ बंधे हुए हैं, फिर भी पीड़ित की हरसंभव मदद करने की बात कही जा रही है. बहरहाल, देखना यह होगा कि पीड़ित को कब तक न्याय मिल पाएगा और प्रदेश में चिटफंड कम्पनियों का मायाजाल कब समाप्त होगा?
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