नई दिल्ली: इंटरमीडिएट के बाद अगर आप मैनेजमेंट की पढ़ाई करना चाहते हैं और आपके इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (IIPM) में एडमिशन के लिए सोच रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लीजिए। जी हां आईआईपीएम के फाउंडर और देश में मैनेजमेंट गुरू के नाम से पहचान बनाने वाले अरिंदम चौधरी के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मुकदमा दर्ज किया है। क्राइम ब्रांच ने यह मुकदमा यूजीसी की शिकायत पर दर्ज किया है।
बिना मान्यता प्राप्त विषयों में छात्रों का दाखिला करने के मामले में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की शिकायत के आधार पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (आइआइपीएम) के निदेशक अरिदम चौधरी के खिलाफ दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। यूजीसी ने अपनी शिकायत में कहा है कि आइआइपीएम की ओर से दी जा रही मैनेजमेंट कोर्स की डिग्री अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) व यूजीसी से मान्यता प्राप्त नहीं है। ऐसे में संस्थान छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर उनसे लाखों की ठगी कर रहा है। वहीं, अरिदम चौधरी ने इस मामले में उन्हें जानबूझकर फंसाने का आरोप लगाया है और जांच में पूरी तरह सहयोग करने की बात कही है।
यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) का आरोप है कि अरिंदम चौधरी अपने संस्थान आईआईपीएम के जरिए छात्रों को धोखा दे रहे हैं, क्योंकि यह संस्थान किसी भी नियामक संस्था से मान्यता प्राप्त नहीं है। यूजीसी ने अपनी शिकायत में कहा है कि आईआईपीएम के पास मैनेजमेंट की डिग्री देने का अधिकार नहीं है क्योंकि यह इसके लिए मान्यता प्राप्त नहीं है।
एक अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार यूजीसी की संयुक्त सचिव डॉ. मंजू सिंह ने पुलिस से आइआइपीएम के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। यूजीसी ने मुंबई हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए बताया था कि सितंबर, 2014 में अदालत ने कहा था कि आइआइपीएम एमबीए, बीबीए व अन्य मैनेजमेंट कोर्स नहीं करवा सकता है क्योंकि यह वैध डिग्री नहीं प्रदान कर रहा है। यूजीसी की ओर से दी गई शिकायत में बताया गया है कि संस्थान 22 माह के कोर्स के लिए छात्रों से पाच से 10 लाख रुपये वसूल रहा है। शिकायत में अरिदम चौधरी के पिता मल्येंद्र किशोर चौधरी को भी धोखाधड़ी में शामिल किया गया है।
क्राइम ब्रांच ने आईपीसी की धारा 420 के तहत अरिंदम चौधरी पर मामला दर्ज किया है। इसके अलाचा पुलिस ने अरिंदम चौधरी के पिता मलयेंद्र किशोर चौधरी के खिलाफ भी मामले में केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि वह अभी मामले में जांच कर रही है और अलगे सप्ताह तक जरूरी कार्रवाई कर सकती है।