प्रतापगढ़: सिविल लाइन स्थित चिटफंड कंपनी के संचालक पांच करोड़ रुपये हजम करके भाग गए। इस मामले में टीम लीडर ने निदेशक, प्रबंध निदेशक समेत चार लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है।
अंतू के मवैया गांव निवासी पवन पांडेय पुत्र त्रियुगी नारायण पांडेय का कहना है कि पट्टी के तरदहा के रहने वाले प्रकाशचंद्र त्रिपाठी व उनके साथियों ने रोडवेज बसअड्डे के पास एमकेपीएस फिनवेस्ट लिमिटेड नाम से चिटफंड कंपनी खोल रखा था। प्रकाश चंद्र प्रतापगढ़ ब्रांच के डायरेक्टर थे। जबकि अयोध्या के लवकुशनगर के रहने वाले सौरभ पांडेय व उनकी पत्नी मीनू, बहरिया निवासी सच्चिदानंद प्रबंध निदेशक थे। प्रकाश ने उसे कंपनी में टीम लीडर के पद पर रखा। उसने कई एजेंट बना कर दो साल में 5 करोड़ रुपया कंपनी जमा करवाया।
अचानक 8 दिसंबर 14 को जब वह दफ्तर पहुंचा तो वहां ताला लटक रहा था। प्रकाश समेत अन्य लोगों को फोन मिलाया तो सभी का मोबाइल बंद था। वह कंपनी के दिल्ली स्थित दफ्तर में गया तो वहां भी ताला लटक रहा था। इस मामले में सीजेएम के आदेश पर पुलिस ने प्रकाश समेत चारों लोगों पर धोखाधड़ी, अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज कर लिया है।