भिखारी शब्द बोलते ही ट्रेन और बसों में दीन-हीन हालत में 1 रुपए, दो रुपए मांगते लोगों की तस्वीर जेहन में उभरती है। पर कभी सोचा है कि जिन दीन हीनों को आप 1-2 रुपए देकर आगे बढ़ जाते हैं उनकी कमाई कितनी होगी। इस आंकडे़ की मदद से आपको यह अनुमान लगाने में कुछ असानी हो सकती है। मुंबई में आरपीएफ यानि रेलवे सुरक्षा बल ने रेल और रेल परिसर में भीख मांगने वाले भिखारियों से सालभर में लगभग 70 लाख रुपये जुर्माना वसूला है।
यह आंकड़ा भले चौकाने वाला है पर सच है। देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले मुंबई की लोकल ट्रेनों में पिछले कुछ दिनों में भीख मांगने वालों की संख्या में काफी वृद्धि दर्ज की गई है। दरअसल लोकल ट्रेनों से मुंबई के लाखों लोग रोजाना सफर करते हैं। ऐसे में भिखारियों के लिए यहां भीख मांगना काफी मुफीद रहता है। लेकिन रेल और रेल परिसर में भीख मांगना कानूनन अपराध है। जिसके तहत आरपीएफ ने सालभर में कुल 64 हजार से ज्यादा भिखारियों पर कार्रवाई की जो रेल परिसर या रेल में भीख मांगते पकड़े गए।
हो सकता है कि देश के अन्य हिस्सों में भिखारियों की समस्या इतनी गंभीर न हो पर कई खबरें यह बताती हैं कि देश के कई हिस्सों में भीख मांगना एक संगठित व्यवसाय में बदल चुका है।