मुंबई - सभी सरकारी बैंकों की शाखाएं महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बंद रहा करेंगी। इस संबंध में समझौता बैंक मैनेजमेंट और कर्मचारी संघों के बीच हुआ है। इस समझौते के मुताबिक, बैंक कर्मचारियों को वेतन में 15 पर्सेंट सालाना बढ़ोतरी भी मिलेगी। इस सेटलमेंट से सरकारी बैंकों और कुछ पुराने प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के 10 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को फायदा होगा।
इस मद में कम से कम 4,725 करोड़ रुपये सालाना जाएंगे। इस समझौते के साथ सरकारी बैंकों के कर्मचारियों ने सोमवार को चार दिनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल वापस ले ली। बैंक हालांकि महीने के बाकी शनिवारों को पूरे दिन काम करेंगे। अभी हॉफ-डे वर्क का चलन है।
इंडियन बैंक्स असोसिएशन के चीफ ऐग्जिक्युटिव ऑफिसर एम.वी. टांकसले ने कहा, 'हमें खुशी है कि गतिरोध खत्म हो गया है।' आईबीए ने बैंकों की ओर से कर्मचारी संघों से बातचीत की थी। यूनियनों और आईबीए को वेज सेटलमेंट के डिटेल्स तय करने में 90 दिन और लगेंगे। उन्होंने कहा, 'लिहाजा अगले फिस्कल इयर में कर्मचारियों को एरियर मिलेगा।'
नया वेज रिवीजन नवंबर 2012 और अक्टूबर 2017 के बीच वैलिड होगा। रिवाइज्ड पे स्केल नौंवे सेटलमेट में तय 17.5 पर्सेंट हाइक से कम है।
ज्यादातर बैंकों ने अपनी इनकम का एक हिस्सा वेज रिविजन के लिए अलग रखा है ताकि इस मद में बड़ी रकम निकलने से उनके मुनाफे को अचानक बड़ा झटका न लगे। टांकसले ने कहा, 'बैंकों ने 12 से 15 पर्सेंट का प्रविजन किया है ताकि वेज रिविजन से उन्हें अचानक तकलीफ न हो।'
सैलरी पर कर्मचारी संघों और बैंकों के बीच फरवरी 2013 में बातचीत शुरू हुई थी। तब यूनियनों ने सैलरी में 35 पर्सेंट बढ़ोतरी की मांग की थी, जबकि इंडियन बैंक्स असोसिएशन ने 10 पर्सेंट बढ़ोतरी का ऑफर दिया था। फाइनल राउंड में आईबीए ने अपना ऑफर बढ़ाकर 13 पर्सेंट कर दिया था जबकि कर्मचारी संघों ने 19.5 पर्सेंट बढ़ोतरी की मांग की थी। हालांकि रिवाइज्ड पे हाइक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और इसके असोसिएट बैंकों पर लागू नहीं होगी।
इस फाइनैंशल इयर के पहले नौ महीनों में सरकारी बैंकों ने 22 पर्सेंट बढ़ोतरी के साथ 31,400 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है।