नई दिल्ली. भारत के पश्चिमी इलाके में अगले 12 से 24 घंटे में चक्रवाती तूफान (साइक्लोन) अशोबा (ASHOBAA) कहर बरपा सकता है। इसकी वजह से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और जबरदस्त बारिश हो सकती है। इस तूफान का सबसे ज्यादा असर गोवा, कोंकण, महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात पर पड़ सकता है। तूफान आने की संभावना भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जताई है।
क्या होगा?
पहले 24 घंटे में 70-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और उसके बाद के 24 घंटों में 90-100 किलोमीटर की गति हो सकती है।
क्या है आशंका?
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि अरब सागर में बने दबाव वाले क्षेत्र के अगले 24 घंटे के दौरान चक्रवाती तूफान 'अशोबा' में बदल जाने की आशंका है। मौसम विभाग ने यह आशंका भी जताई है कि उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए यह तूफान अगले 36 घंटे के अंदर भयंकर रूप ले लेगा।
अभी कहां है तूफान?
सोमवार को दिन में यह तूफान दक्षिण-पश्चिम मुंबई से करीब 470 किलोमीटर, वेरावल से दक्षिण-पश्चिम में 470 किमी और ओमान के दक्षिण-पूर्व में स्थित मसीरा टापू से 960 किमी दूर था।
चेतावनी जारी
अशोबा के उत्तर और उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने से कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में मछुआरों को अगले 48 घंटों के दौरान समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है। समुद्र में गए मछुआरों को तट पर लौट आने की सलाह दी गई है। यह इस क्षेत्र में आने वाला 36वां बड़ा तूफान होगा।
अशोबा नाम कैसे पड़ा?
ऐसे चक्रवाती तूफानों का एक नाम मौसम विज्ञानी अपनी सुविधा के लिए रखते हैं। हर देश बारी-बारी से तूफान का नाम रखता है। इस बार बारी श्रीलंका की है, इसलिए उसने अशोबा नाम रखा है। पिछली बार बारी पाकिस्तान की थी, इसलिए उसने चक्रवाती तूफान का नाम नीलोफर रखा था। 2004 से हिंद महासागर में आने वाले तूफानों के नाम बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड जैसे देश नाम दे रहे हैं। अशोबा के बाद जो भी चक्रवाती तूफान इस क्षेत्र में आएगा, उसका नाम कोमन होगा। यह नाम थाईलैंड ने दिया है।