वाशिंगटन: ग्रीन टी में पाए जाने वाले एक सत्त और नियमित व्यायाम से अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है और इसके प्रभाव को कम कर सकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ मिसौरी (एमयू) के शोधकर्ताओं का मानना है कि ग्रीन टी में आमतौर पर पाया जाने वाला सत्त मनुष्य में अल्जाइमर रोग के उपचार और इसके रोकथाम में उपयोगी साबित हो सकता है।
एमयू में कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस में मनोवैज्ञानिक विज्ञान के प्रोफेसर टोड ने कहा, ‘अल्जाइमर के रोगी में एमीलोयड-बीटा पेप्टाइड (ए बीटा) जमा हो सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘याद्दाश्त कमजोर होना और भ्रम की स्थिति, व्याकुलता और अपने पर्यावरण और परिवेश से कम मतलब रखना इस रोग के लक्षण हैं।’
शोधकर्ताओं ने ग्रीन टी के इस सत्त और व्यायाम के प्रभाव का पता लगाने के लिए चूहों पर इसका अध्ययन किया।