रायपुर। जनता का पैसा लूटने वाले चिटफंड कंपनी संचालकों के खिलाफ 30 मार्च से फिर छत्तीसगढ़ अभिकर्ता संघ ने प्रदेश अध्यक्ष गगन कुंभकार एवं महासचिव नंदकुमार निषाद की अगुवाई में हड़ताल शुरू की है। 'निक्षेपकों का संरक्षण अधिनियम 2005' में तय प्रावधानों के तहत कार्रवाई एवं एजेंटों पर जारी पुलिस कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग को लेकर एक बार फिर निवेशकों ने हड़ताल शुरू करने के साथ ही 2 अप्रैल को मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह से वार्ता नहीं होने की स्थिति में चक्काजाम की चेतावनी दी है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि लगातार धरना-प्रदर्शन और गिरफ्तारी देने के बाद भी प्रदेश की जनता की जमा पूंजी लेकर भागे कंपनी संचालकों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने के बजाय एजेंटों की गिरफ्तारी करके खानापूर्ति की जा रही है। इसके चलते एजेंटों का घर में रहना दूभर हो गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए निवेशकों ने भी एजेंटों के साथ हड़ताल शुरू की है। उल्लेखनीय है कि विधान सभा घेराव के दौरान निवेशकों के प्रतिनिधिमंडल की वार्ता मुख्यमंत्री से कराने और सकारात्मक निर्णय लेने का भरोसा दिलाया गया था। पीडितों ने निर्णय लिया है कि अगर 2 अप्रैल को भी वार्ता नहीं कराई जाएगी तो वे सड़क जाम करेंगे।
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