अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल की संचालक संस्था फीफा के अनेक बड़े अधिकारियों की गिरफ्तारी की खबर से पूरा खेल जगत सकते में है। शुक्रवार को फीफा के नए अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों का चुनाव होना है। इसी के लिए फीफा अधिकारी स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में इकट्ठे हुए हैं। वहीं बुधवार सुबह स्विस पुलिस ने छापा मारा। गिरफ्तारी अमेरिकी खुफिया संस्था फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (एफबीआई) की जांच के आधार पर हुई। हिरासत में लिए गए सभी फीफा अधिकारियों एवं प्रायोजक तथा प्रसारक कंपनियों के प्रतिनिधियों पर अमेरिका में मुकदमा चलेगा। मामला उत्तर एवं दक्षिण अमेरिका क्षेत्र में रिश्वत लेकर प्रायोजन एवं प्रसारण अधिकार दिए जाने का है। अभी इस खबर से फैली सनसनी खत्म भी नहीं थी कि यह घोषणा भी हो गई कि स्विस अधिकारियों ने 2018 और 2022 के विश्वकप फुटबॉल टूर्नामेंटों की मेजबानी क्रमशः रूस और कतर को देने में हुए कथित भ्रष्टाचार की जांच शुरू कर दी है। फुटबॉल का अंतरराष्ट्रीय प्रशासन भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है, यह तो जग-जाहिर है, मगर इसका अंजाम ऐसा होगा, जिसमें जांच एवं कार्रवाई के सूत्र एफबीआई और स्विस पुलिस के हाथों में चले जाएंगे, इसका अंदाजा संभवतः फीफा को भी नहीं था।
एफबीआई की कार्यशैली से परिचित विशेषज्ञों ने ध्यान दिलाया है कि ठोस सबूत जुटाने के बाद ही इस एजेंसी ने इतना बड़ा कदम उठाया होगा। बहरहाल, यह साफ है कि भ्रष्टाचार से निपटने में फीफा की अंदरूनी व्यवस्था पूर्णतः विफल रही। खासकर रूस एवं कतर को मेजबानी देने के प्रकरण में घूसखोरी के साक्ष्य क्रमिक रूप से सामने आए हैं। फिर भी फीफा ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। कहा जाता है कि ऐसा फीफा अध्यक्ष सेप ब्लाटर के संरक्षण की वजह से हुआ। ब्लाटर पर आरोप है कि विभिन्न देशों के फुटबॉल संघों को अनुचित एवं अनैतिक लाभ पहुंचाकर वे 1998 से अध्यक्ष पद पर काबिज हैं। उनके दोबारा चुने जाने की संभावना प्रबल थी। ताजा घटनाक्रम के बाद स्थितियां क्या मोड़ लेंगी, अभी नहीं कहा जा सकता। मगर ब्लाटर फिर चुने गए तो जाहिर है, फीफा की साख और संदिग्ध होगी। फिलहाल ताजा गिरफ्तारियों ने फिर यह साबित किया है कि अरबों डॉलर के स्पॉन्सरशिप के इस युग में खेल संस्थाएं खुद को स्वच्छ रखने में अक्षम सिद्ध हो रही हैं। नतीजतन, उनसे जुड़े मामलों में पुलिस और न्यायिक व्यवस्था को दखल देना पड़ रहा है, जैसाकि हमने अपने देश में क्रिकेट के संदर्भ में देखा है।