कोलकाता। भारत में नकली नोटों के रैकेट की जांच में जुटी नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) के हाथ चौंकाने वाली जानकारी लगी है। बीएसएफ द्वारा नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किए कुछ लोगों के पूछताछ के दौरान एनआईए को पता चला है कि पश्चिम बंगाल स्थित मालदा बॉर्डर के रास्ते भारत में 1500 करोड़ रूपए की नकली मुद्रा भेजी गई है । जांच में यह भी पता चला है कि भारत आने वाले ये ज्यादातर नोट पाकिस्तान में छपे हैं और इन्हें बांग्लादेश के रास्ते भारत भेजा जा रहा है।
जाली नोटों के रैकेट के सिलसिले में एनआईए ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से कुछ गिरफ्तारियां हैदराबाद और चेन्नै से भी की गई हैं। एजेंसी का कहना है कि भारत आने वाले 90 फीसदी नकली नोटों के तार मालदा यूनिट से जुड़े हुए हैं, जो इन नोटों को स्मगल करती है। जांच में यह भी सामने आया है कि बांग्लादेश में कई पाकिस्तानियों ने अपनी दुकानें खोल रखी हैं। ये दुकानें नकली नोटों का धंधा करती हैं और फिर अंत में ये नोट भारत पहुंचाए जाते हैं। मालदा बांग्लादेश के करीब है और ऐसे में यहां से नोटों को भारत लाना इनके लिए आसान होता है। जांच में यह भी सामने आई कि पाकिस्तान बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होने के कारण पिछले चार-पांच सालों से मालदा के रास्ते नकली नोट भारत लाने का चलन बढ़ गया है।
एक जांच अधिकारी ने बताया, इस मॉड्युल के हाथ में नोट आने के बाद, वे कई युवाओं को इन नोटों को फैलाने में लगा देते हैं। वे मुंबई या बेंगलुरू जैसे शहर में जाकर मजदूरी करने लगते हैं। अपने काम के साथ ही वे इन नकली नोटों को धीरे-धीरे करके बाजार में उतारते रहते हैं। वे इन शहरों में करीब दो महीने तक रहते हैं और इस दौरान इनमें से हर कोई करीब दो लाख रूपये के नकली नोट चला देता है। अधिकारी ने बताया, पकड़े गए लोगों ने बताया कि वे कमिशन पर काम करते थे। 1000 रूपये का नोट चलाने पर उन्हें 100 से 200 रूपये तक मिलते थे। एनआईए अधिकारियों को लगता है कि नकली नोट चलाने के इस धंधे में कुछ बैंक अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं।
जांच अधिकारियों को यह भी पता चला कि पकड़े गए नोटों की क्वॉलिटी बहुत अच्छी थी और इसमें ज्यादातर सुरक्षा मापदंडों का ख्याल रखा गया था ऐसे में आम लोगों के लिए नंगी आंखों से इन नोटों को पहचान पाना आसान नहीं है। एक अधिकारी ने कहा कि कई बार बैंक अधिकारियों के लिए भी बिना फॉरेंसिक जांच के नकली नोट को पहचानना मुश्किल होता है। यह स्थिति बेहद खतरनाक है।