धमतरी। लोगों के खून-पसीने की गाढ़ी कमाई जमा कर भागने वाले 7 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ एफआईआर हुई है। इनमें से कुछ कंपनियों के संचालकों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अधिकांश फरार हैं। ऐसे में जिले के निवेशकों की जमा राशि की पूरी जानकारी पुलिस के हाथ नहीं लगी है। फरार संचालकों को ढूंढने में पुलिस हाथ-पांव मार रही है, लेकिन कुछ पता नहीं चल पा रहा।
पुलिस अधीक्षक मनीष शर्मा का कहना है कि सिटी कोतवाली थाने में अब तक 7 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ एफआईआर हुई है। जिनमें साईंप्रसाद कंपनी, एचबीएन, दिव्यानी, ग्रीन-रे, बीएनपी, जीएन डेयरी गोल्ड और संजीवनी कंपनी शामिल है। इन कंपनियों के कुछ ही संचालक अब तक पुलिस के हाथों गिरफ्तार हुए हैं, बाकी कई फरार है। चिटफंड कंपनियों में जिले के निवेशकों की कितनी राशि जमा है, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। एचबीएन और दिव्यानी कंपनी के संचालकों को पुलिस गिरफ्तार कर कड़ी पूछताछ कर चुकी है, लेकिन जिले के निवेशकों की जमा राशि की पूरी जानकारी वह बताने तैयार नहीं हैं। जब तक सभी कंपनियों के संचालक गिरफ्तार नहीं हो जाते, जमा राशि बता पाना संभव नहीं है। बहरहाल पुलिस कंपनियों के फरार संचालकों को पकड़ने में जुटी हुई है।
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