जांजगीर - बाराद्वार थाना क्षेत्र में ठगी की शिकायत लेकर आये ग्रामीण जो कि अपनी मेहनत की जमा पूंजी एक एैसे कम्पनी के नाम गवां चुके है, जो फर्जी निकला। इनकी शिकायत पर की गयी जांच में करोड़ो की रकम कम्पनी द्वारा फर्जी तरीके से जमा कराये जाने की पुष्टि पुलिस जांच में सामने आने के बाद पुलिस ने कम्पनी के एमडी सहित 6 लोगों को आज राजनांदगांव से गिरफ्तार कर रिमाण्ड में जेल भेजा है।
भोले-भाले लोगों को भूमि डेवकान एण्ड एग्रीटेक लिमिटेड ने एंजेटों के माध्यम 6 वर्षो में राशि दुगुना तथा जमीन देने का प्रलोभन देकर बड़ी मात्रा में रूपये निवेश कराया गया। वही समय पूरा होने पर कम्पनी द्वारा रकम वापस करने में कम्पनी आनाकानी करना गया। जिसकी लिखित शिकायत के बाद जांच में सही पाये जाने पर फर्जी कम्पनी के संचालक, एमडी सहित 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजनांदगांव जिले की भूमि डेवकान एण्ड एग्रीटेक लिमिटेड कम्पनी के एंजेटों ने बाराद्वार क्षेत्र के ग्राम सरहर निवासी योगेश कुमार धीवर को अपनी कम्पनी में 21 लाख 52 हजार रूपये निवेश कराया था कि 6 वर्ष रकम दुगनी व रजिस्ट्री युक्त प्लाट देगी।
योगेश कुमार को देख फिरबाई चन्द्रा ने भी लालच में आकर कम्पनी में 1 लाख 56 हजार 4 सौ रूपये जमा किये थे। कम्पनी द्वारा बकायदा ब्रांड पेपर सहित अन्य कागजात भी दिया गया। वही समय पूरा होने पर ग्राहकों द्वारा पैसे की मांग की गई जहां संचालक द्वारा आनाकानी करने पर धोखाधड़ी व फर्जीवाड़ा का आभाष होने पर 5 अप्रैल को थाना में लिखित शिकायत योगेश धीवर ने किया था। पुलिस ने कम्पनी के खिलाफ भादवि की धारा 409, 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर कम्पनी के मुख्यालय राजनांदगांव टीम रवाना किया गया था। जहां से पुलिस ने कम्पनी के संचालक, एमडी सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर बाराद्वार थाना लाया गया जिसमें कम्पनी के संचालक 37 वर्षीय लालचंद विश्वकर्मा पिता घासीराम एंजेट 34 वर्षीय राधाबाई पति लालचंद 62 वर्षीय घासीराम पिता बृजलाल, 34 वर्षीय संजय अग्रवाल पिता मूलचंद सभी ग्राम लाखोली जिला राजनांदगांव तथा कम्पनी के एमडी 47 वर्षीय संजय कुमार तिवारी गजानंद प्रसाद को मोवा रायपुर से तथा पलारी जिला बलौदा बाजार से एंजेट 40 वर्षीय कौशल प्रसाद फेकर शामिल है जिन्हे आज रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।
600 से अधिक लोग ठगी के शिकार
डेवकान एण्ड एग्रीटेक लिमिटेड नाम की कम्पनी के संबंध में स्थानीय पुलिस का कहना है कि कम्पनी द्वारा स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्रलोभन देकर एंजेट बना लोगों के बीच भ्रम फैलाने का काम किया। स्थानीय लोग भी इनके झांसे आकर रकम शीघ्र दुगना होने के लालच में फंसते गये। इस तरह जिले के लगभग 600-700 ग्राहक प्रलोभन में आकर दो-ढ़ाई करोड़ रूपये निवेश किये थे जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।